किंग्स इलेवन पंजाब के रविचंद्रन अश्विन ने सोमवार को राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर को 'मांकड़' (रन) आउट करते हुए नया विवाद खड़ा कर दिया। पंजाब से जीत के लिए मिले 185 रन के जवाब में जोस बटलर ने राजस्थान को तूफानी शुरुआत दिलाई और आईपीएल में अपनी सातवीं हाफ सेंचुरी जड़ी।
अश्विन ने बटलर को किया मांकड आउट
लेकिन पारी के 13वें ओवर की पांचवीं गेंद पर जब बटलर 43 गेंदों में 69 रन बनाकर खेल रहे थे और अश्विन गेंदबाजी कर रहे थे, तो उन्होंने देखा कि बटलर नॉन स्ट्राइक क्रीज से बाहर हैं, अश्विन ने बिना बटलर को चेतावनी दिए गिल्लियां बिखेर दीं और अंपायर से मांकड आउट की अपील, फील्ड अंपायर ने थर्ड अंपायर की राय ली और उन्होंने बटलर को मांकड (रन) आउट करार दिया।
बटलर को आउट करके अश्विन ने मैच का रुख पंजाब की तरफ मोड़ दिया और पंजाब ने राजस्थान को 14 रन से हरा दिया।
लेकिन अश्विन के इस अंदाज में बटलर को आउट करने से विवाद खड़ा हो गया और कई दिग्गजों ने अश्विन के इस कदम को खेल भावना के खिलाफ बताया। हालांकि कई फैंस ने अश्विन के इस कदम को समझदारी भरा बताते हुए अश्विन की तारीफ भी की।
इस तरह से आउट किए जाने के बाद अश्विन और बटलर के बीच तीखी बहस भी हुई।
पूर्व भारतीय क्रिकेटरों आकाश चोपड़ा और मुरली कार्तिक ने अश्विन का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने जो भी किया वह नियमों के तहत था, ऐसे में खेल भावना के नाम पर उनकी आलोचना करना गलत है।
क्या होता है मांकड आउट
मैच में दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाज अगर गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने से पहले क्रीज से बाहर निकल आये तो उसे रन आउट करने को मांकडिंग कहते हैं। सबसे पहले भारत के महान क्रिकेटर वीनू मांकड़ ने 13 दिसंबर 1947 को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बिल ब्राउन को रन आउट किया था।
हालांकि मांकड ब्राउन को चेतावनी दे चुके थे, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने उनके इस तरह से बल्लेबाज को आउट करने को खेल भावना के खिलाफ बताया था। लेकिन तब के ऑस्ट्रेलियाई कप्तान डॉन ब्रैडमैन ने इस रवैये का समर्थन किया था। लेकिन तब से इस तरह से बल्लेबाज को आउट किए जाने को अनौपचारिक तौर पर मांकड आउट कहा जाता है।