आईपीएल 2018 के पहले क्वालिफायर में फाफ डु प्लेसिस ने अकेले दम पर चेन्नई सुपर किंग्स को फाइनल में पहुंचा दिया। पूरे टूर्नामेंट में फेल रहने वाले फाफ फाफ डु प्लेसिस को सैम बिलिंग्स की जगह पर प्लेइंग में शामिल किया गया था। अब चेन्नई के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने खुलासा किया है कि आउट ऑफ फॉर्म चल रहे डु प्लेसिस को क्यों मौका दिया गया।
स्टीफन फ्लेमिंग ने बताया की सैम बिलिंग्स के चोटिल होने के बाद फाफ को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने का फैसला लिया गया था। फ्लेमिंग ने कहा कि सैम पिछले मैच में घायल हो गया था। उसे कूल्हे पर खरोंच आई है। अगर वह फिट होता तो उसे ही मौका मिलता।
फ्लेमिंग ने कहा कि हमने उसकी गैर मौजूदगी में फाफ को उतारा। हमें खुशी है कि वह फैसला सही साबित हुआ और फाफ ने शानदार पारी खेली। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट के अधिकांश मैचों में बाहर रहने के बावजूद इस तरह की पारी खेलना उसकी मानसिक दृढता और तकनीकी कौशल दिखाता है। हमने सही समय पर सही खिलाड़ी चुना और उसने यह यादगार प्रदर्शन किया।
बता दें कि जीत के लिए 140 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई की शुरुआत खराब रही और एक-एक कर सभी बल्लेबाजी पवेलियन लौटते गए, लेकिन फाफ एक छोड़ पर जमे रहे। उन्होंने 42 गेंदों में 5 चौके और 4 छक्के की मदद से नाबाद 67 रनों की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई।
पहले क्वालिफायर में चेन्नई को जीत दिलाने वाले फाफ डु प्लेसिस का बल्ला इससे पहले आईपीएल में खामोश ही रहा और उन्होंने इससे पहले खेले 4 मैचों में सिर्फ 85 रन बनाए थे। आईपीएल 2018 में डु प्लेसिस की पारियो पर नजर डाले तो उनका स्कोर 11, 33, 27 और 14 रहा था।