नई दिल्ली, 20 मई। वापसी करने के लिए मशहूर गत चैंपियन मुंबई इंडियंस की टीम रविवार को यहां दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 'करो या मरो' के इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले में किसी भी तरह जीत हासिल कर प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए बेताब होगी।
दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए अगले दौर में पहुंचने की कोई उम्मीद नहीं है लेकिन पिछले मैच में शानदार फॉर्म में चल रही चेन्नई सुपरकिंग्स को 34 रन से हराने के बाद वह मुंबई इंडियंस का खेल बिगाड़ने की कोशिश करेगी क्योंकि अब उसके लिए टूर्नामेंट में कुछ नहीं बचा है तो उसके युवा खिलाड़ी रोहित ऐंड कंपनी के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
मुंबई के लिए आखिरी मैच में आखिरी उम्मीद
सनराइजर्स हैदराबाद 13 मैचों में 18 और चेन्नई सुपरकिंग्स इतने ही मैचों में 16 अंक से प्ले ऑफ में जगह पक्की कर चुकी है। लेकिन आंकड़ों के हिसाब से दो प्लेऑफ स्थान के लिए पांच टीमें दौड़ में बनी हुई हैं और चार टीमों के 12-12 अंक हैं।
मुंबई इंडियंस अपने अंतिम मैच में जीत के अलावा प्रार्थना करेगी कि सनराइजर्स हैदराबाद घरेलू मैदान पर अपने अंतिम मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स (13 मैच में 14 अंक) को हरा दे। लेकिन अगर केकेआर इसमें जीत जाती है तो प्लेऑफ के लिए केवल एक ही स्थान ही रहेगा और केवल दो लीग मैच ही बचे होंगे जिससे निर्णय नेट रन रेट से होगा।
मुंबई के लिए रोहित शर्मा की फॉर्म चिंता का विषय
मुंबई इंडियंस ने टूर्नामेंट में लगातार हार के बाद वापसी की है, पिछले मुकाबलों में मिली कुछ जीत से टीम का आत्मविश्वास बढ़ा है। लेकिन दोनों टीमों के बीच पिछले मुकाबले में दिल्ली ने अंतिम ओवर में सात विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की थी।
सूर्यकुमार यादव (500 रन) को छोड़ दें तो टीम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन अभी तक टूर्नामेंट में अनिरंतर रहा है। रोहित की फार्म भी मुंबई के लिये चिंता का विषय है क्योंकि वह अभी तक टूर्नामेंट में केवल 273 रन ही बना सके हैं। पिछले मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच में मुंबई कीरोन पोलार्ड के अर्धशतक की बदौलत प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाने में सफल रही थी जिससे मुंबई ने तीन रन की रोमांचक जीत दर्ज की।
रोहित केवल रायल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ ही अच्छी पारी खेल सके जिसमें टीम जीत दर्ज करने में भी सफल रही। सूर्यकुमार ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज इविन लुईस (334) के साथ मिलकर बीच बीच में अच्छा प्रदर्शन किया है।
पोलार्ड के अलावा पंड्या बंधुओं -हार्दिक और क्रुणाल- से भी उम्मीद लगी होंगी कि वे जरूरत पड़ने पर टीम के लिये उपयोगी पारियां खेलें।
गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह (16 विकेट) ने डेथ ओवरों में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन पिछले मैच में तीन विकेट से उनके आत्मविश्वास में निश्चित रूप से बढ़ोतरी होगी। हार्दिक पंड्या (18 विकेट और 233 रन) और क्रुणाल (224 रन और 11 विकेट) प्रभावशाली रहे हैं।
दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए यह सत्र भी निराशाजनक रहा है, अच्छे खिलाड़ियों और कोच के रूप में महान खलाड़ी रिकी पोंटिंग के बावजूद टीम टूर्नामेंट में प्रभावित नहीं कर सकी है। हालांकि उसे कप्तानी की समस्याओं से भी रूबरू होना पड़ा जिसके बाद युवा श्रेयस अय्यर को टीम की कमान सौंपी गयी।
मैच भारतीय समयानुसार शाम चार बजे शुरू होगा।