पृथ्वी शॉ ने 17 साल की उम्र में ही तोड़ा था सचिन का रिकॉर्ड, जानिए इस खिलाड़ी से जुड़ी 7 रोचक बातें

Prithvi Shaw: पृथ्वी शॉ ने महज 17 साल की उम्र में तोड़ा था सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड, जानिए टेस्ट डेब्यू के लिए तैयार इस खिलाड़ी की रोचक बातें

By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 3, 2018 06:31 PM2018-10-03T18:31:49+5:302018-10-04T12:47:33+5:30

India vs West Indies: Prithvi Shaw is ready for test debut in rajkot, 7 interesting things about him | पृथ्वी शॉ ने 17 साल की उम्र में ही तोड़ा था सचिन का रिकॉर्ड, जानिए इस खिलाड़ी से जुड़ी 7 रोचक बातें

पृथ्वी शॉ विंडीज टीम के खिलाफ टेस्ट डेब्यू के लिए तैयार

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नई दिल्ली, 03 अक्टूबर: मुंबई के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को राजकोट टेस्ट में खेलने के लिए भारत की 11 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। शॉ को भविष्य का स्टार बल्लेबाज माना जा रहा है। शॉ विंडीज के खिलाफ राजकोट टेस्ट में भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 293वें खिलाड़ी बन गए हैं। आइए जानें इस युवा खिलाड़ी से जुड़ी कुछ रोचक बातें।

1. पृथ्वी शॉ का जन्म 9 नवंबर 1999 को महाराष्ट्र के थाणे में हुआ था। विंडीज के खिलाफ महज 18 साल (329 दिन) की उम्र में टेस्ट डेब्यू के साथ शॉ भारत के लिए टेस्ट खेलने वाले 13वें सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं।

2.पृथ्वी शॉ मुंबई के पास स्थित पालघर जिले के छोटे से शहर विरार से आते हैं। शॉ की मां का निधन महज 4 साल की उम्र में हो गया था। उन्हें क्रिकेट सीखने के लिए विरार से चर्चगेट तक का रोजना दो घंटे का सफर तय करना पड़ता था।

3. 2010 में सबसे पहले स्पिनर नीलेश कुलकर्णी ने पृथ्वी शॉ की प्रतिभा को पहचाना। उनकी स्पोर्ट्स मैनेजमेंट ने इस 11 वर्षीय खिलाड़ी को 3 लाख रुपये सालाना का स्टाइपेंड दिया। वहीं एक स्थानीय कॉरपोरेटर ने उनके परिवार सांताक्रूज में एक फ्लैट दिया, जिससे उनकी क्रिकेट सीखने की यात्रा कम हो गई।

4. पृथ्वी शॉ का नाम पहली बार सुर्खियों में तब आया जब उन्होंने 14 साल की उम्र में अंडर-16 स्कूल टूर्नामेंट में रिजवी स्प्रिंगफील्ड स्कूल के लिए 300 गेंदों में 546 रन ठोक दिए। ये दुनिया में किसी भी तरह की क्रिकेट में बनाया गया चौथा सबसे बड़ा स्कोर है।

5.पृथ्वी शॉ ने अपने पहले रणजी ट्रॉफी मैच में शतक ठोका। शॉ ने मुंबई के लिए रणजी सेमीफाइनल में कर्नाटक के खिलाफ अपना प्रथम श्रेणी खेलते हुए शतक जड़ दिया। वह 18 साल की उम्र तक 5 प्रथम श्रेणी शतक जड़ चुके थे। इसी उम्र में उन्होंने भारतीय अंडर-19 टीम की कप्तानी करते हुए उसे वर्ल्ड कप जिताया।

6.पृथ्वी शॉ ने पहले रणजी मैच में शतक जमाने के बाद अपने पहले दलीप ट्रॉफी मैच में भी शतक लगाते हुए सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड बराबर किया। यही नहीं पृथ्वी शॉ (17 साल 320 दिन) सचिन को पीछे छोड़ते हुए दलीप ट्रॉफी फाइनल में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए। हालांकि दलीप ट्रॉफी में सबसे कम उम्र में शतक लगाने का रिकॉर्ड अभी भी सचिन (17 साल 262 दिन) के ही नाम है।

7.पृथ्वी शॉ पिछले एक साल से जबर्दस्त फॉर्म में हैं और अब तक अपने 14 प्रथम श्रेणी मैचों में 7 शतक ठोकते हुए 1400 से ज्यादा रन बना चुके हैं।

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