Highlightsपिचों पर खेलना चाहते हैं जो गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों की मददगार हो।भारत आने वाली किसी भी टीम के लिये चुनौती स्पिन और रिवर्स स्विंग होती है।भारतीय टीम अपनी धरती पर दमदार क्रिकेट खेलना चाहेगी।
अहमदाबादः भारत के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने बुधवार को कहा कि टीम घरेलू मैचों में टर्निंग पिचों को तरजीह देने की बजाय ऐसी पिचों पर खेलना चाहती है जो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों की मदद करे। वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में गिल ने कहा कि टीम पहले मैच में तीसरे तेज गेंदबाज को मौका दे सकती है चूंकि पिच पर घास जमी है और मौसम भी उमस भरा है। गिल ने कहा ,‘मेरे आने (बतौर कप्तान) से पहले क्या बात हुई थी, मैं उसके बारे में नहीं बोल सकता। लेकिन हम ऐसी पिचों पर खेलना चाहते हैं जो गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों की मददगार हो।’
उन्होंने कहा ,‘भारत आने वाली किसी भी टीम के लिये चुनौती स्पिन और रिवर्स स्विंग होती है। इन चुनौतियों को ध्यान में रखकर हम ऐसी विकेटों पर खेलना चाहते हैं जो गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों की मदद करे।’ उन्होंने कहा ,‘आपको संयोजन के बारे में कल पता चल जायेगा। मौसम और हालात को देखते हुए तीसरे तेज गेंदबाज को उतार सकते हैं लेकिन फैसला कल लेंगे।’
गिल ने कहा कि भारतीय टीम अपनी धरती पर दमदार क्रिकेट खेलना चाहेगी। उन्होंने कहा ,‘हम दमदार क्रिकेट खेलना चाहेंगे। पिछले कुछ साल में भारत में टेस्ट मैच पांच दिन तक नहीं चले हैं लिहाजा हम काफी अच्छा और मजबूत खेल दिखाना चाहेंगे।’ गिल ने स्वीकार किया कि उन्हें और कुछ खिलाड़ियों को रविवार को खत्म हुए एशिया कप में टी20 क्रिकेट खेलने के बाद इस प्रारूप में ढलने के लिये कम समय मिला है। उन्होंने कहा ,‘हमें टेस्ट मैच की तैयारी के लिये दो ही दिन मिले। काफी जल्दी दूसरे प्रारूप में खेलना है लेकिन हमने नेट पर काफी मेहनत की है।
बदले हुए प्रारूप में खेलने के लिये मानसिक तैयारी अधिक करनी होती है।’ गिल और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह दुबई से यहां टीम से जुड़े। बुमराह के कार्यभार प्रबंधन को देखते हुए क्या उन्हें उतारा जायेगा, यह पूछने पर गिल ने कहा ,‘हम मैच दर मैच फैसला लेंगे। मैच कितना लंबा चलता है और एक गेंदबाज को कितने ओवर फेंकने पड़ते हैं।
कुछ पहले से तय नहीं है।’ गिल ने यह भी कहा कि रविंद्र जडेजा छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते रहेंगे। उन्होंने कहा ,‘हमें पता है कि जड्डू भाई को भारत में खेलना कितना मुश्किल होता है। बल्लेबाजी में जिस तरह का फॉर्म उन्होंने दिखाया है, वह टेस्ट मैचों में हमारे छठे नंबर के बल्लेबाज बन गए हैं।’