कृणाल पंड्या मामले में BCCI के चिकित्सा अधिकारी ने की गड़बड़ी, आठ खिलाड़ी टीम से हुए थे बाहर, 2008 के बाद सीरीज हारे

India vs Sri Lanka: श्रीलंका की भारत के खिलाफ आठ टी20 द्विपक्षीय सीरीज में पहली जीत थी। भारत के खिलाफ 2008 के बाद किसी भी प्रारूप में पहली सीरीज जीती थी।

By भाषा | Published: August 13, 2021 09:03 PM2021-08-13T21:03:22+5:302021-08-13T21:05:12+5:30

India vs Sri Lanka Krunal Pandya corona case BCCI medical officer eight players out lost series after 2008 | कृणाल पंड्या मामले में BCCI के चिकित्सा अधिकारी ने की गड़बड़ी, आठ खिलाड़ी टीम से हुए थे बाहर, 2008 के बाद सीरीज हारे

खिलाड़ी के आठ करीबी खिलाड़ियों का भी परीक्षण किया गया था।

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Highlightsपंड्या के करीबी संपर्क के आठ खिलाड़ी पृथकवास में जाने से बच जाते। रैपिड एंटीजन टेस्ट हुआ और न ही खिलाड़ी को पृथकवास में भेजा गया। टीम ने वनडे सीरीज 2-1 से जीती और टी20 में उसे 1-2 से हार मिली।

India vs Sri Lanka: श्रीलंका दौरे के दौरान कोविड-19 पॉजिटिव हुए कृणाल पंड्या ने गले में दर्द महसूस होने के तुरंत बाद इसकी जानकारी बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के चिकित्सा अधिकारी को दी थी लेकिन फिर भी उनकी आरटी-पीसीआर जांच एक दिन बाद हुई जिससे चिकित्सा अधिकारी की सक्रियता पर सवाल उठाये जा रहे हैं।

अगर दौरे पर चिकित्सा अधिकारी तुरंत सक्रिय हुए होते तो कोविड-19 जांच में पॉजिटिव पाये गये पंड्या के करीबी संपर्क के आठ खिलाड़ी पृथकवास में जाने से बच जाते क्योंकि इसके कारण वे दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में नहीं खेल पाये। पता चला है कि कृणाल ने गले में दर्द के लक्षण महसूस होने के बाद तुरंत टीम के साथ गये डॉक्टर अभिजीत साल्वी को 26 जुलाई को इसके बारे में बताया लेकिन उस समय तो रैपिड एंटीजन टेस्ट हुआ और न ही खिलाड़ी को पृथकवास में भेजा गया।

बल्कि गले में दर्द के बावजूद टीम के डॉक्टर ने खिलाड़ी को टीम बैठक में शिरकत करने की मंजूरी दी और 27 जुलाई की सुबह को ही उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया। रिपोर्ट दोपहर में आयी जिसके बाद बीसीसीआई और श्रीलंका क्रिकेट ने संयुक्त रूप से मिलकर मैच को एक दिन के लिये स्थगित करने का फैसला किया क्योंकि इस खिलाड़ी के आठ करीबी खिलाड़ियों का भी परीक्षण किया गया था।

शुरू में सभी जांच में नेगेटिव आये लेकिन श्रीलंका से रवाना होने से पहले कृष्णप्पा गौतम और युजवेंद्र चहल को भी पॉजिटिव पाया गया। शिखर धवन की अगुआई वाली भारत की सफेद गेंद की टीम ने इस दौरे पर तीन वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले थे। टीम ने वनडे सीरीज 2-1 से जीती और टी20 में उसे 1-2 से हार मिली।

श्रीलंका में इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘कृणाल को 26 जुलाई को ही गले में दर्द था और उसने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चिकित्सा अधिकारी को सूचित किया। हैरानी की बात है कि उसका रैपिड एंटीजन टेस्ट (खुद जांच की किट) नहीं हुआ और उसे तुरंत पृथकवास में नहीं भेजा गया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि रैपिड एंटीजन टेस्ट निर्णायक नहीं होता लेकिन यह प्रोटोकॉल का पहला हिस्सा है।

लेकिन मैं पुष्टि कर सकता हूं कि कृणाल ने गले में दर्द के बावजूद टीम बैठक में शिरकत की। ’’ बीसीसीआई सूत्र ने कहा, ‘‘बल्कि एक सवाल और उठाया जा रहा है कि बीसीसीआई की श्रीलंका में चिकित्सा टीम हर पांचवें दिन जांच पर कैसे सहमत हुई जबकि इंडियन प्रीमियर लीग में जांच प्रत्येक तीसरे दिन करायी गयी। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जय शाह की वजह से सीरीज के रद्द होने का संकट हट गया जिन्होंने हस्तक्षेप किया और सभी करीबी संपर्कों को पृथकवास में भेज गया। उनके इस कदम ने श्रृंखला को बचा लिया और श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की मदद की। लेकिन अगर चिकित्सा टीम अति सतर्क रहती हो इस स्थिति से बचा जा सकता था। ’’

साल्वी से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।’’ टी20 सीरीज में भारत को हार इसलिये मिली क्योंकि भारत के पास केवल चार ही विशेषज्ञ बल्लेबाज थे क्योंकि कृणाल के करीबी आठ संपर्कों को अनिवार्य पृथकवास में रखा गया था। 

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