एमएस धोनी ने तमाम आलोचनाओं को धता बताते हुए एक बार फिर से साबित किया कि क्यों उन्हें अब भी दुनिया के सबसे बेहतरीन मैच फिनिशर में से एक गिना जाता है। शुक्रवार को मेलबर्न में खेले गए तीसरे वनडे में धोनी ने 87 रन की नाबाद पारी खेलते हुए टीम इंडिया को 7 विकेट से शानदार जीत दिलाई, इसके साथ ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पहली बार द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीत ली।
धोनी ने इस सीरीज में लगातार तीन अर्धशतक जड़े और दो बार नाबाद रहते हुए 193 के औसत से 193 रन बनाते हुए मैन ऑफ सीरीज रहे। धोनी ने तीसरे वनडे में फिर से दिखाया कि वह क्रिकेट के खेल में सबसे बेहतरीन दिमाग वाले क्रिकेटरों में से एक हैं।
धोनी ने बनाई शानदार योजना, इन दो गेंदबाजों पर बोला हमला
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो के मुताबिक, जब इस मैच को जीतने के लिए टीम इंडिया को 24 गेंदों में 33 रन की जरूरत थी तो धोनी अंपायर के पास गए और उनसे पूछा कि किस गेंदबाज के कितने ओवर बाकी हैं। दरअसल, टीम इंडिया के लिए जाए रिचर्डसन और एडम जंपा के खिलाफ रन बनाना मुश्किल हो रहा था, इसलिए उन्होंने उनके ओवर को सावधानी से खेला।
इसीलिए धोनी ने सुनिश्चित किया कि इससे पहले कि वह आक्रामक शॉट्स खेलें, इन दोनों के ओवर खत्म हो जाएं। धोनी ने टीम इंडिया के रन चेज के बारे में अंत तक बेहतरीन कैलकुलेशन जारी रखा और पीटर सिडल और मार्कस स्टोइनिस की गेंदबाजी पर हमला करने का फैसला किया, जो एकदम सही साबित हुआ।
अंपायर से ये जानते ही कि रिचर्डसन और जंपा के ओवर पूरे हो चुके हैं, धोनी ने गियर बदला और स्टोइनिस और सिडल के ओवरों में हमला बोला। 48वें ओवर में धोनी और जाधव ने मिलकर स्टोइनिस के खिलाफ 13 रन जोड़े, जबकि उससे पिछले ओवर में जाए रिचर्डसन के खिलाफ 6 ही रन बने थे।
इस वनडे सीरीज जीत के साथ ही भारत ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट, वनडे और टी20 सीरीज जीतने वाला पहला देश बन गया है। भारत ने इस दौरे पर टेस्ट और वनडे सीरीज 2-1 से जीतने से पहले 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज 3-0 से जीती थी।
इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले बैटिंग करते हुए 48.4 ओवर में 230 रन पर सिमट गई थी, भारत के लिए युजवेंद्र चहल ने 42 रन देकर 4 विकेट झटके थे। इसके जवाब में धोनी ने 87 रन की नाबाद और जाधव ने 61 रन की अविजित पारी खेलते हुए भारत को 4 गेंदें बाकी रहते ही 7 विकेट से जीत दिला दी।