महज कुछ महीने पहले तक वर्ल्ड कप 2019 के लिए एमएस धोनी के खेलने तक संशय था। लेकिन इस साल उन्होंने पहले दो महीनों में ही अपनी दमदार बैटिंग से अपनी फॉर्म को लेकर उठ रहे सारे सवालों के दवाब दे दिए हैं।
धोनी ने शनिवार को हैदराबाद में खेले गए पहले वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की 6 विकेट से जीत में 59 रन की शानदार अर्धशतकीय पारी खेलते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
2019 में जमकर चला है माही का बल्ला
धोनी 2018 में 13 वनडे पारियों में 25 के औसत से सिर्फ 275 रन बना पाए थे, जिसमें एक भी अर्धशतक नहीं था। लेकिन 2019 के पहले दो महीनों में ही धोनी चार अर्धशतक जड़ चुके हैं। खास बात ये है कि धोनी ने ये चारों अर्धशतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जड़े हैं और तीन बार तो वह नाबाद भी रहे हैं।
धोनी ने 2019 की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की और जनवरी में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन वनडे मैचों की सीरीज में 51, 55 (नाबाद) और 87 (नाबाद) के स्कोर के साथ 193 के औसत से 193 रन बनाते हुए मैन ऑफ सीरीज रहे और टीम इंडिया को 2-1 से ऑस्ट्रेलिया में पहली द्विपक्षयी वनडे सीरीज जिताने में अहम भूमिका निभाई थी।
धोनी ने इसके बाद न्यूजीलैंड दौरे पर 48 रन की नाबाद पारी खेली और अब उन्होंने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में 59 रन की नाबाद पारी खेली है।
धोनी ने इस साल 6 वनडे पारियों में 150.50 के औसत से 301 रन बनाए हैं, जिनमें चार अर्धशतक हैं और वह चार बार नाबाद रहे हैं। 2019 में वनडे में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में वह आठवें नंबर पर हैं। लेकिन इस साल औसत के मामले में वह दूसरे नंबर पर हैं। (कम से कम चार पारियों खेलने वालों में)
2019 में धोनी का वनडे में प्रदर्शन:
6 पारियां
301 रन
नॉट आउट: 4 बार
औसत: 150.50
स्ट्राइक रेट: 80.26
अर्धशतक-4
धोनी अब भले ही पहले जैसे आक्रामक फिनिशर न रहे हों लेकिन अब नंबर 5 पर उनकी नई एंकर की भूमिका भी टीम के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। इसका कमाल शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की 6 विकेट से जीत में दिखा।
धोनी के साथ इस मैच में पांचवें विकेट के लिए 141 रन जोड़ने वाले केदार जाधव ने कहा, 'अगर दूसरे छोर पर धोनी न होते तो मैंने शुरुआत में कही ज्यादा शॉट खेले होते। वह आपका दिमाग पढ़ते हैं और बताते हैं कि वास्तव में आपको क्या करना है। अगर आप उनसे कहें कि इस गेंद पर चौका मारा जा सकता है तो वह कहेंगे, मैं जानता हूं, लेकिन टीम को अभी मजबूती की जरूरत है, आखिर तक बैटिंग करने की जरूरत है।'