ऑस्ट्रलिया के खिलाफ मेलबर्न में भारत की जीत में बड़ी भूमिका निभाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि वह टीम के लिए किसी भी जगह पर बैटिंग करने के लिए तैयार हैं। वर्ल्ड कप से पहले धोनी के बैटिंग क्रम को लेकर काफी चर्चा हो रही है।
तमाम बहसों के बीच मेलबर्न में जीत के बाद 'मैन ऑफ द सीरीज' चुने गये धोनी ने कहा, यह इस बारे में नहीं है कि आप कहां बैटिंग करना चाहते हैं। मैं किसी भी क्रम पर बैटिंग के लिए तैयार हूं। 14 साल खेलने के बाद मैं ये नहीं कर सकता कि मैं छठे नंबर पर बैटिंग नहीं करना चाहता और चौथे नंबर पर खेलना चाहूंगा।'
बता दें कि सिडनी में पहले वनडे में भारत की हार के बाद रोहित शर्मा ने कहा था कि धोनी को चौथे नंबर पर बैटिंग करना चाहिए। वहीं, विराट कोहली ने कहा था कि वे चौथे नंबर पर अंबाती रायुडू को देखते हैं। रायुडू हालांकि मेलबर्न वनडे में नहीं खेले और धोनी को चौथे नंबर पर भेजा गया। ऐडिलेड में धोनी पांचवें नंबर पर बैटिंग के लिए उतरे थे। हालांकि, मेलबर्न और इससे पहले ऐडिलेड, दोनों ही मौकों पर उन्होंने मैच जिताऊ पारी खेली।
धोनी ने मेलबर्न में जीत के बाद, 'यह काफी धीमा विकेट था। इसलिए बैटिंग के समय आपकी मर्जी के हिसाब से शॉट लेना यहां मुश्किल था। यह जरूरी था कि हम मैच को आखिर तक ले जाएं क्योंकि उनके (ऑस्ट्रेलिया) कुछ गेंदबाजों का कोट खत्म होने वाला था। ऐसे में अच्छे गेंदबाजों के खिलाफ ज्यादा जोखिम उठाना ठीक नहीं था।'
धोनी ने केदार जाधव की तारीफ करते हुए कहा, 'केदार ने कुछ अजीबोगरीब शॉट लगाकर अच्छा काम किया और उस समय बाउंड्री की भी जरूरत थी।'
बता दें कि केदार ने 57 गेंदों पर 61 रनों की बेहतरीन नाबाद पारी खेली और 7 चौके जमाये। इस दौरान केदार ने धोनी के साथ चौथे विकेट के लिए 121 रनों की नाबाद साझेदारी की। धोनी ने 114 गेंदों पर नाबाद 87 रन बनाये। धोनी की ये इस सीरीज में लगातार तीसरी फिफ्टी भी रही। साथ ही वह ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर 1000 वनडे रन बनाने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज भी बन गये। धोनी ने इस पूरे सीरीज में 193 रन बनाये।
इससे पहले धोनी के लिए साल 2018 काफी निराशाजनक रहा था और वे लगातार आलोचकों के निशाने पर थे। धोनी ने पिछले साल कोई अर्धशतक तक नहीं जमा सके थे।