पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन विराट कोहली के कैच आउट होने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। कोहली मैच के तीसरे दिन 123 रन बनाकर भारतीय पारी के 93वें ओवर में आउट हुए।
पैट कमिंस की आउटस्विंग गेंद पर स्लिप में ऑस्ट्रेलिया के पीटर हैंड्सकॉम्ब ने उनका कैच पकड़ा। हैंड्सकॉम्ब ने कैच के तत्काल बाद अपील की और मैदानी अंपायरों ने इसे थर्ड अंपायर को निजेल लॉन्ग को रेफर कर दिया क्योंकि पहली नजर में ऐसा लग रहा था कैच से पहले गेंद जमीन से छू गई थी। हालांकि, थर्ड अंपायर ने ज्यादा समय नहीं लेते हुए बहुत जल्द आउट का फैसला सुना दिया और कोहली को वापस लौटना पड़ा।
मैदान से लौटते समय कोहली भी इस फैसले से खुश नहीं दिखाई दिये। बहरहाल सोशल मीडिया पर इसे लेकर बहस छिड़ गई है। हरभजन सिंह ने ट्वीट कर फैंस से पूछा, 'क्या कोहली आउट थे? आप क्या कहते हैं?'
वहीं, कई दूसरे फैंस ने भी थर्ड अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताई। एक यूजर ने लिखा, 'कोहली नहीं बल्कि यहां अंपायर आउट हुए।'
कोहली को थर्ड अंपायर ने क्यों दिया आउट
दरअसल, आईसीसी के नियमों के अनुसार थर्ड अंपायर मैदानी अंपायर के फैसले को तभी पलट सकता है जब उसके पास पूरे सबूत हों। हैंड्सकॉम्ब ने जब कोहली का कैच पकड़ा तो मैदानी अंपायरों ने थर्ड अंपायर को रेफर करने से पहले आउट का फैसला दिया था।
नियमों के अनुसार विवादित कैच होने की स्थिति में तीसरे अंपायर से मदद लेने से पहले मैदानी अंपायर को अपना निर्णय देना होता है। यहां भी यही हुआ फील्ड अंपायरों ने आउट दिया।
इसके बाद थर्ड अंपायर ने टीवी रिप्ले देखने के बाद मैदानी अंपायरों के साथ जाने का फैसला किया क्योंकि टीवी अंपायर कैच के होने या न होने को लेकर संशय था और 'पर्याप्त सबूत' नहीं थे। अगर फील्ड अंपायरों ने नॉट आउट का फैसला सुनाया होता तो संभव है कि टीवी अंपायर भी कोहली को नॉट आउट देते।