टीम इंडिया के अंडर-19 वर्ल्ड कप स्टार की मां 'अनोखे' अंदाज में लड़ रहीं कोरोना के खिलाफ जंग, परिवार है 'होम क्वारंटाइन' में

Atharva Ankolekar: टीम इंडिया के अंडर-19 वर्ल्ड कप स्टार अथर्व अंकोलेकर की मां वैदेही मुंबई की बेस्ट सर्विस में कंडक्टर के तौर पर काम कर रही हैं

By अभिषेक पाण्डेय | Published: April 24, 2020 03:33 PM2020-04-24T15:33:05+5:302020-04-24T15:33:05+5:30

India U19 World Cup Atharva Ankolekar mother doing her BEST in fight against Coronavirus | टीम इंडिया के अंडर-19 वर्ल्ड कप स्टार की मां 'अनोखे' अंदाज में लड़ रहीं कोरोना के खिलाफ जंग, परिवार है 'होम क्वारंटाइन' में

अथर्व अंकोलेकर की मां लड़ रही हैं कोरोना के खिलाफ अनोखे अंदाज में जग

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Highlightsअथर्व अंकोलेकर की मां वैदेही बेस्ट में बस कंडक्टर के तौर पर कार्यरत हैंअथर्व ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया था

कोरोना वायरस ने भारत में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस वायरस से बचने के लिए भारत में 25 मार्च से ही लॉकडाउन चल रहा है जो 3 मई तक जारी रहेगा। कोरोना से जंग में स्वास्थ्यकर्मियों लेकर पुलिस वाले तक अहम भूमिका निभा रहे हैं। ऐसा ही कुछ टीम इंडिया के अंडर-19 वर्ल्ड कप स्टार अथर्व अंकोलेकर की मां वैदेही भी कर रही हैं।

जो मुंबई पब्लिक बस ट्रांसपोर्ट सर्विस (BEST) में बस कंडक्टर का काम करती हैं और लॉकडाउन के बावजूद सुबह 4.45 पर ही घर से निकल जाती हैं। दरअसल, मुंबई में आवश्यक सेवा से जुड़े कर्मियों के लिए बेस्ट की सेवाएं जारी हैं।

अथर्व अंकोलेकर की मां लड़ रही कोरोना के खिलाफ जंग

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अथर्व की मां ने कहा कि इतनी सुबह घर से निकलना डरावना होता है। उन्होंने कहा, 'ये बहुत ही डरावना होता है क्योंकि आजकल इतनी सुबह कोई नहीं होता है। मैं अथर्व (बेटे) को खुद को डिपो तक ड्रॉप करने के लिए कहती हूं।'

अथर्व भी जल्दी उठ जाते हैं, अपने दोस्त की बाइक मांगते हैं और होठों पर दुआओं के साथ मां को काम पर जाने के लिए छोड़ते हैं। 

अथर्व ने कहा, 'उन्हें बाहर जाते हुए देखना चिंता की बात है क्योंकि बाहर जाना असुरक्षित है। अगर मेरे पास इसका रास्तो होता तो मैं उन्हें घर पर रहने को कहता।'

दो महीने पहले अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान उनकी मां अथर्व की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे थे। हालांकि भारतीय टीम इस वर्ल्ड के फाइनल में हार गई लेकिन अच्छे प्रदर्शन के लिए अथर्व की जमकर तारीफ हुई। 

अथर्व की क्रिकेट यात्रा में उनकी मां बहुत योगदान है, क्योंकि उन्हें और उनके छोटे भाई को 10 साल पहले पापा के निधन के बाद उन्होंने अकेले ही पाला है।

अथर्व की सोसाइटी है सील, उनका परिवार है होम क्वारंटाइन

अथर्व इसलिए भी चिंतित हैं क्योंकि दस दिन पहले ही उनक स्लम रिहैबिलिटेशन अपार्टमेंट के एक निवासी को कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जो एक प्राइवेट हॉस्पिटल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे। अथर्व का परिवार अभी होम क्वारंटाइन में है, लेकिन उनकी मां अगले हफ्ते से अपने काम पर लौटना चाहती हैं।

कोरोना के खिलाफ जंग में बेस्ट से स्टाफ, ड्राइवर और कंडक्टर वॉरियर्स की तरह काम कर रहे हैं। अथर्व की मां न कहा, 'हम मुश्किल समय में समाज के लिए कुछ अच्छा कर रहे हैं। यही सोच हमें आगे बढ़ाती है और सारे डर से उबरने में मदद करती है।'

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