'भारत के पास कोहली, रोहित, धोनी थे, जबकि हमारे खिलाड़ियों के दूध के दांत भी नहीं टूटे थे,' चैंपियंस ट्रॉफी 2017 को याद करते हुए बोले सरफराज अहमद

चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए फखर जमां की शतकीय पारी (114 रन) की बदौलत 4 विकेट के नुकसान पर 348 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम 30.3 ओवर में 158 रनों पर सिमट गई थी।

By रुस्तम राणा | Published: March 30, 2023 05:13 PM2023-03-30T17:13:34+5:302023-03-30T17:13:34+5:30

'India had Kohli, Rohit, Dhoni Our players were yet to lose their milk teeth'says Sarfaraz Ahmed | 'भारत के पास कोहली, रोहित, धोनी थे, जबकि हमारे खिलाड़ियों के दूध के दांत भी नहीं टूटे थे,' चैंपियंस ट्रॉफी 2017 को याद करते हुए बोले सरफराज अहमद

'भारत के पास कोहली, रोहित, धोनी थे, जबकि हमारे खिलाड़ियों के दूध के दांत भी नहीं टूटे थे,' चैंपियंस ट्रॉफी 2017 को याद करते हुए बोले सरफराज अहमद

googleNewsNext
Highlightsपाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल मुकाबले को 180 रनों से जीता थासरफराज अहमद के नेतृत्व वाली PAK टीम ने बनाए थे 4 विकेट खोकर 348 रनजवाब में भारतीय टीम 30.3 ओवर में 158 रनों पर पूरी सिमट गई थी

इस्लामाबाद:चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को मात दी थी। इस मुकाबले में पाकिस्तान के युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया था। सबको यही लग रहा था कि मैच भारत जीतेगा, लेकिन सरफराज अहमद के नेतृत्व वाली पाकिस्तानी टीम ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए मैच को अपने नाम कर लिया था। इस मुकाबले को याद को करते हुए पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद ने बड़ा बयान दिया है।  

उन्होंने द नादिर अली पॉडकास्ट में कहा कि, चैंपियंस ट्रॉफी को जीतना एक यादगार लम्हा है जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता। भारत के खिलाफ फाइनल जीत को शब्दों में कहा नहीं किया जा सकता है। अगर यह एक सामान्य मैच होता, तो यह इतनी बड़ी बात नहीं होती। हमने जीत हासिल की थी।

उन्होंने कहा, भारत के खिलाफ पहले भी मैच, आईसीसी प्रतियोगिताओं में, द्विपक्षीय सीरीज में हमने अधिक जीत हासिल की है। लेकिन ऐसी टीम के खिलाफ जीत हासिल करना, जो किसी भी लक्ष्य का पीछा कर सके, अविश्वसनीय था।"

उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के लिए 339 रनों का रनों का लक्ष्य ज्यादा नहीं था। उनके पास एमएस धोनी, रोहित शर्मा, शिखर धवन, युवराज सिंह, विराट कोहली थे, जबकि हमारे पास ऐसे खिलाड़ी थे जिनके दूध के दांत अभी तक नहीं टूटे थे। हमारे बच्चे थे, जो आज पाकिस्तान क्रिकेट को और अधिक ऊँचाइयों पर ले जा रहे हैं। 

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने कहा, बाबर आजम, हसन अली, शादाब खान फहीम अशरफ, वे सभी युवा खिलाड़ी थे। यदि आप उनकी टीम की तुलना हमारी टीम से करते हैं, तो बिल्कुल कोई तुलना नहीं थी। हमारे पास मोहम्मद हफीज और शोएब माईक में केवल 2 अनुभवी खिलाड़ी थे। बाकी सभी लोग इतने बच्चे और नए थे।

बता दें कि इस मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए फखर जमां की शतकीय पारी (114 रन) की बदौलत 4 विकेट के नुकसान पर 348 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम 30.3 ओवर में 158 रनों पर सिमट गई थी और पाकिस्तान ने फाइनल मुकाबले को 180 रनों से जीता था। मोहम्मद आमिर और हसन अली ने 3-3 विकेट लिए थे। 

Open in app