भारत ने सेंचुरियन में खेले गए दूसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका को 9 विकेट से हराकर छह मैचों की सीरीज में 2-0 से बढ़त हासिल कर ली है। भारत के सामने जीत के लिए 119 रनों का आसान लक्ष्य था जिसे उसने केवल 20.3 ओवर में हासिल कर लिया। शिखर धवन (51 नाबाद) और विराट कोहली (46 नाबाद) ने तीसरे विकेट के लिए 100 गेंदों पर 93 रनों की साझेदारी कर भारत को जीत तक पहुंचाया।
भारत का एकमात्र विकेट रोहित शर्मा के रूप में गिरा। रोहित 15 रन बनाकर आउट हुए। उनका विकेट कागिसो रबादा ने लिया। वह चौथे ओवर में पविलियन लौटे।
दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी हार
गेंदों के लिहाज से घर में दक्षिण अफ्रीका की यह सबसे बड़ी हार है। दरअसल, भारत ने जीत का लक्ष्य 177 गेंद शेष रहते हासिल किया। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 2000 में केपटाउन में खेले गए वनडे में 153 गेंद शेष रहते दक्षिण अफ्रीका को हराया था। तब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 145 रनों का टार्गेट मिला था।
जीत से पहले जब कोहली हुए नाराज
हालांकि, इस जीत से ठीक पहले एक हैरान करने वाला वाक्या भी क्रिकेट के मैदान पर देखने को मिला जब लंच के समय के कारण खेल को 40 मिनट के लिए रोक दिया गया। जब मैच रोका गया तो भारतीय टीम 19 ओवरों में एक विकेट खोकर 117 रन बना चुकी थी और उसे जीत के लिए बस 2 रनों की जरूरत थी।
कोहली अंपायर के इस फैसले पर बेहद नाराज दिखे। उन्होंने अंपायरों से इस बारे में बात भी की लेकिन लंच का फैसला नहीं टाला गया।
चहल-कुलदीप की फिरकी में फंसे दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज
बहरहाल, इससे पहले युजवेंद्र चहल और कुलदीप की घातक गेंदबाजी के सामने पूरी दक्षिण अफ्रीकी टीम केवल 118 रनों पर सिमट गई। चहल ने 22 रन देकर 5 और कुलदीप ने 20 रन देकर 3 विकेट झटके। जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्व कुमार को एक-एक सफलता मिली।
ये दक्षिण अफ्रीका का वनडे में घर में सबसे कम स्कोर है। इससे पहले वह 2009 में इंग्लैंड के खिलाफ पोर्ट एलिजाबेथ में 119 रन पर ऑल आउट हुई थी। दक्षिण अफ्रीका के लिए जेपी डुमिनी और ख्या जोंडो ने 25-25, हाशिम अमला ने 23 और डि कॉक ने 20 रन बनाए।