Ind vs Aus, 3rd ODI: काम नहीं आया कोहली का शतक, ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 32 रनों से हराया

Ind vs Aus, 3rd ODI: विराट कोहली (123) की शतकीय पारी के बावजूद भारतीय टीम को रांची में खेले गए तीसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 32 रनों से हार का सामना करना पड़ा।

By सुमित राय | Published: March 8, 2019 09:27 PM2019-03-08T21:27:13+5:302019-03-08T23:04:55+5:30

Ind vs Aus, 3rd ODI: Australia beat India in 3rd ODI by 32 runs in Ranchi | Ind vs Aus, 3rd ODI: काम नहीं आया कोहली का शतक, ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 32 रनों से हराया

कोहली ने लगाया वनडे करियर का 41वां शतक।

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Highlightsऑस्ट्रेलिया ने भारत को तीसरे वनडे में 32 रनों से हराया।भारतीय टीम अभी भी सीरीज में 2-1 से आगे चल रही है।कोहली 95 गेंदों में 16 चौके और एक छक्के की मदद से 123 रन बनाकर आउट हुए।

विराट कोहली (123) की शतकीय पारी के बावजूद भारतीय टीम को रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए तीसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 32 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वनडे सीरीज में वापसी की है और अपनी उम्मीद बरकरार रखी है। भारतीय टीम अभी भी सीरीज में 2-1 से आगे चल रही है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का चौथा मैच 10 मार्च को मोहाली में खेला जाएगा।

इस मैच में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने उस्मान ख्वाजा (104) और एरॉन फिंच (93) की शानदार पारी की बदौलत 50 ओवरों में 5 विकेट गंवाकर 313 रन बनाए थे। 314 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम कोहली ने शतकीय पारी खेली, लेकिन भारतीय टीम 48.2 ओवर में 281 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।


बेहद खराब रही भारतीय टीम की शुरुआत

314 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और टीम ने 27 के स्कोर तक अपने तीन विकेट गंवा दिए। चौथे ओवर की तीसरी गेंद पर झाय रिचर्डसन ने शिखर धवन (1) को मैक्सवेल के हाथों कैच कराया। इसके बाद 15 के स्कोर पर पैट कमिंस ने रोहित शर्मा (14) को पवेलियन भेज दिया। कमिंस ने अपने अगले ही ओवर में रायुडू (2) को टीम आउट कर टीम इंडिया को मुश्किल में डाल दिया।

धोनी ने घरेलू दर्शकों को किया निराश

शुरुआती तीन विकेट गिरने के बाद धोनी क्रीज पर आए और घरेलू फैंस ने उनका जोरदार स्वागत किया। धोनी ने कोहली के साथ मिलकर 59 रनों की साझेदारी कर शुरुआती झटके से उबारा, लेकिन धोनी के आउट होने के साथ ही ग्राउंड पर सन्नाटा पसर गया। 20वें ओवर की पहली गेंद पर एडम जम्पा ने धोनी को 26 के निजी स्कोर पर आउट किया।


केदार जाधव सिर्फ 26 रन बनाकर हुए आउट

धोनी के आउट होने के बाद केदार जाधव ने भारतीय पारी को संभाला और 86 रनों की साझेदारी की। इस दौरान विराट कोहली ने तेजी से रन बनाया, लेकिन 32वें ओवर में जम्पा ने जाधव को पवेलियन भेज दिया। केदार जाधव 39 गेंदों में तीन चौके की मदद से 26 रन बनाकर आउट हुए।

कोहली ने लगाया वनडे करियर का 41वां शतक

केदार जाधव के आउट होने के बाद भी कोहली ने रनों की गति को कम नहीं होने दिया और वनडे करियर का 41वां शतक 85 गेंदों में पूरा किया। 38वें ओवर में एडम जम्पा ने कोहली को बोल्ड कर दिया। कोहली 95 गेंदों में 16 चौके और एक छक्के की मदद से 123 रन बनाकर आउट हुए।


रन गति बढ़ाने के चक्कर में आउट हुए विजय

कोहली के आउट होने के बाद पूरी जिम्मेदारी विजय शंकर और रवींद्र जडेजा पर आ गई। लेकिन रवींद्र जडेजा की धीमी बल्लेबाजी के कारण विजय शंकर पर दबाव आ गया और उन्होंने रन गति बढ़ाने की कोशिश की। इस चक्कर में 43वें ओवर की आखिरी गेंद पर नाथन लायन ने उन्हें बाउंड्री पर झाय रिचर्डसन के हाथों कैच करा दिया। उन्होंने 30 गेंदों पर चार चौके लगाए और 32 रन बनाए। शंकर के टीम के 257 के स्कोर पर आउट होने के बाद भारतीय टीम 48.2 ओवर में 281 रन पर आॉलआउट हो गई। रवींद्र जडेजा ने 24, कुलदीप यादव ने 10 और मोहम्मद शमी ने आठ रन बनाए। 

एडम जम्पा ने लिए तीन बड़े विकेट

ऑस्ट्रेलिया की ओर से एडम जम्मा ने शानदार गेंदबाजी की और कोहली, धोनी तथा केदार जाधव का अहम विकेट अपने नाम किया। इसके अलावा पैट कमिंस और झाय रिचर्डसन को भी तीन-तीन सफलता मिली। नाथन लायन सिर्फ एक विकेट ले पाए, जबकि ग्लेन मैक्सवेल और मार्कस स्टोइनिस को कोई सफलता नहीं मिली।


फिंच-ख्वाजा ने पहले विकेट के लिए जोड़े 193 रन

इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने एरॉन फिंच और उस्मान ख्वाजा के बीच पहले विकेट के लिए 193 रन की साझेदारी के बावजूद अंतिम ओवरों में अच्छी गेंदबाजी करके ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट पर 313 रन पर रोक दिया था। ऑस्ट्रेलिया की ओर से उस्मान ख्वाजा (113 गेंदों पर 104 रन) ने वनडे में अपना पहला शतक जमाया, जबकि फिंच ने 99 गेंदों पर 93 रन बनाकर फॉर्म में वापसी की।

ग्लेन मैक्सवेल-स्टोइनिस ने खेली उपयोगी पारी

वहीं टी20 सीरीज के हीरो रहे ग्लेन मैक्सवेल ने भी 31 गेंदों पर 47 रन बनाकर उपयोगी योगदान दिया। इसके अलावा अंत के ओवरों में मार्कस स्टोइनिस (नाबाद 31) और अलेक्स कैरी (नाबाद 21) ने छठे विकेट के लिए 50 रन की अटूट साझेदारी की। वहीं शॉन मार्श सिर्फ 7 रन बना पाए, जबकि पीटर हैंड्सकॉम्ब खाता भी नहीं खोल पाए।

उम्मीद के मुताबिक नहीं रही स्पिन गेंदबाजी

इस मैच में भारतीय स्पिन गेंदबाजों का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। रवींद्र जडेजा (दस ओवर में 64 रन, कोई विकेट नहीं) और केदार जाधव (दो ओवर में 32 रन, कोई विकेट नहीं) ने खूब रन लुटाए। कुलदीप यादव (दस ओवर में 64 रन देकर तीन विकेट) ने हालांकि पारी के दूसरे चरण में तीन विकेट लेकर अपने गेंदबाजी विश्लेषण में सुधार किया।

भारत ने आखिरी 10 ओवर में की शानदार वापसी

हालांकि भारत के तेज गेंदबाजों ने आखिरी 10 ओवर में शानदार वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को बड़े स्कोर से पहले रोक दिया। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 40 ओवर के बाद दो विकेट पर 244 रन था, लेकिन आखिरी दस ओवरों में वह केवल 69 रन ही बना पाया। इसका श्रेय बुमराह और शमी को जाता है, जिन्होंने मिलकर 64 गेंदें ऐसी डाली जिन पर रन नहीं बने।

भारतीय खिलाड़ियों की फील्डिंग रही बेहद खराब

इस वनडे मैच में भारतीय क्षेत्ररक्षण भी अच्छा नहीं रहा। शिखर धवन ने जडेजा की गेंद पर स्क्वायर लेग पर ख्वाजा का कैच छोड़ा। तब वह 17 रन पर खेल रहे थे, जिन्होंने बाद में शतक जमाया और 104 रनों की पारी खेली। विराट कोहली, जाधव और बुमराह ने भी ढीला क्षेत्ररक्षण किया, जिससे बल्लेबाजों पर से दबाव कम हुआ और गेंदबाजों का मनोबल टूटा।

मोहम्मद शमी को चोट के कारण जाना पड़ा बाहर

मोहम्मद शमी भी तीन ओवर करने के बाद चोटिल हो गए और उन्हें दो बार कुछ-कुछ समय के लिए मैदान छोड़ा और इससे भी शुरुआती ओवर में भारत फिंच और ख्वाजा पर दबाव बनाने में नाकामयाब रहा। फिंच और ख्वाजा ने इस बीच तीनों स्पिनरों को अच्छी तरह से खेला। फिंच ने जाधव को निशाना बनाया और अपने तीनों छक्के लॉन्ग ऑन और मिडविकेट क्षेत्र में लगाए।

विजय शंकर ने गेंदबाजी में अच्छी जिम्मेदारी निभाई

विजय शंकर (आठ ओवर में 44 रन देकर कोई विकेट नहीं) ने ऐसे में अच्छी जिम्मेदारी निभाई। जडेजा भी सपाट विकेट पर प्रभावी नहीं दिखे। ख्वाजा और फिंच के बाद मैक्सवेल ने भी स्पिनरों का सामना करने के लिए अपने फ्रंट फुट का अच्छा इस्तेमाल किया। कुलदीप ने फिंच को पगबाधा आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद उन्होंने अपने एक ओवर में शॉन मार्श (सात) और पीटर हैंड्सकांब (शून्य) को भी पवेलियन भेजा।

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