इंग्लैंड के बायें हाथ के पूर्व गेंदबाज मोंटी पनेसर का मानना है कि मौजूदा विश्व कप में अगर कुलदीप यादव और युजवेन्द्र चहल दोनों एक साथ किसी मैच में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे तो भारत की मुश्किलें बढ़ सकती है। इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों जॉनी बेयरस्टा और जेसन रॉय ने भारतीय स्पिनरों के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की और टीम ने दोनों स्पिनरों के 20 ओवर से 160 रन बटोरे।
हरियाणा के लेग स्पिनर चहल ज्यादा महंगे साबित हुए जिन्होंने 10 ओवर में बिना किसी सफलता के 88 रन लुटाए। यह विश्व कप में किसी भी भारतीय का सबसे खराब गेंदबाजी आंकड़ा है। इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को जीत के लिए 338 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 31 रन से हार गयी।
पनेसर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उनके लिए कोई मैच बुरा हो सकता है। इससे पता चलता है कि दोनों जब एक साथ अच्छी गेंदबाजी नहीं करते हैं तब भारत के लिए स्थिति मुश्किल हो जाएगी।’’ इंग्लैंड के लिए 50 टेस्ट में 167 विकेट लेने वाले पनेसर ने कहा, ‘‘भारत को अच्छा करने के लिए यह जरूरी है कि दोनों में से कम से कम एक स्पिनर अच्छा प्रदर्शन करे। अगर दोनों अच्छा प्रदर्शन करते है तो यह शानदार होगा लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा नहीं हो सका और शुरू से ही बल्लेबाज उन पर हावी हो गये।’’
पनेसर ने कहा कि इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज राय और बेयरस्टा ने बेखौफ बल्लेबाजी से भारतीय स्पिनरों की लय बिगाड़ दी। इंग्लैंड को 2012 में भारत ने टेस्ट श्रृंखला में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले पनेसर ने कहा, ‘‘ बेयरस्टा और राय बेखौफ होकर खेले। उन्होंने फ्लाइटेड गेंदों का सामना आगे बढ़कर किया। वह फ्लाइट से डरे नहीं और उन्होंने बड़े शाट लगाए।’’
पनेसर ने कहा कि छोटी बाउंड्री और रिवर्स स्वीप को सही तरीके से खेलना इंग्लैंड के पक्ष में गया। उन्होंने कहा, ‘‘ एक स्पिनर के तौर पर मैं यह समझ सकता हूं कि यह मुश्किल है। बाद में स्टोक्स ने मैदान के चारों तरफ शॉट लगाए। एक बार जब आपकी गेंद पर रन बन जाते हैं, तो आप सोचने लगते है कि क्या करूं, आप राय मांगने के लिए कप्तान के पास जाते हैं। इससे आपकी लय बिगड़ती है। ऐसे में बल्लेबाज आप पर हावी हो जाता है।