Highlightsवर्ल्ड कप 2019 के 44वें मैच में भारत का सामना श्रीलंका से होगा।इस मैच में भारतीय टीम अपने सबसे बड़ी कमजोरी से निपटना चाहेगी।भारतीय टीम पहले ही अंतिम चार में दूसरा स्थान पक्का कर चुकी है।
लीड्स, पांच जुलाई। जीत की लय के बावजूद मध्यक्रम अब भी भारत के लिए चिंता का विषय बना हुआ है और विराट कोहली की टीम श्रीलंका के खिलाफ होने वाले विश्व कप के अंतिम ग्रुप मैच में उम्मीद करेगी कि एमएस धोनी सेमीफाइनल से पहले फार्म हासिल कर लें। भारत और श्रीलंका के बीच यह मैच लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड में शनिवार को भारतीय समय के अनुसार दोपहर तीन बजे से खेला जाएगा।
पहले ही अंतिम चार में दूसरा स्थान पक्का कर चुकी भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ जीत से अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच सकती है, बशर्ते ऑस्ट्रेलिया पहले ही बाहर हो चुकी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम मैच में हार जाए। इसलिए शीर्ष स्थान और न्यूजीलैंड के खिलाफ संभावित सेमीफाइनल के लिए काफी मशक्कत होगी, क्योंकि खतरनाक इंग्लैंड का सामना करना मुश्किल होगा।
भारत के लिए मध्यक्रम की पहेली अब भी अनसुलझी है और ऐसा दिखता है कि भारतीय टीम प्रबंधन अपनी योजना ‘ए’ पर ज्यादा निर्भर है जो उनके शीर्ष क्रम की सफलता है। उप कप्तान रोहित शर्मा 544 रन के साथ उनके सबसे सफल बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने इस दौरान रिकॉर्ड बराबरी वाले चार शतक भी जड़े।
कप्तान कोहली के लिए भी यह विश्व कप अच्छा रहा है, हालांकि उनके स्तर के हिसाब से इतना बेहतरीन नहीं रहा और उनके नाम पांच अर्धशतक से 400 से ज्यादा रन हैं। धोनी के लिए अंतिम ओवरों में बल्ले से बेहतर प्रदर्शन को देखने के लिए श्रीलंका से बेहतर प्रतिद्वंद्वी नहीं हो सकता, जब लसिथ मलिंगा अपनी धीमी गेंदों में वैरिएशन से आक्रामक गेंदबाजी करेंगे।
श्रीलंकाई ऑफ स्पिनर धनजंय डि सिल्वा काफी किफायती रहे हैं। अगर धोनी को बीच के ओवरों में डि सिल्वा की ज्यादा गेंद खेलनी पड़ती हैं और वह इन पर रन जुटा लेते हैं तो इससे उनके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी ही होगी। अभी तक मैचों में धोनी स्पिनरों के खिलाफ 81 गेंद में केवल 47 रन ही बना पाए हैं जिससे बीच के ओवरों में धीमे गेंदबाजों के खिलाफ कमजोरी दिख रही है। इसे देखते हुए दिमुथ करुणारत्ने अपने बायें हाथ के स्पिनर मिलिंडा सिरीवर्धने को इस्तेमाल करना चाहेंगे।
कप्तान कोहली चाहेंगे कि उनका ‘मार्गदर्शक’ सफल रहे, क्योंकि धोनी की भूमिका टीम के रविवार को होने वाले फाइनल तक पहुंचने के लिए काफी अहम होगी। लेकिन श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले को भारतीय टीम थोड़ा सहजता से ले सकती है और कुछ अन्य संयोजन आजमा सकती है, जिसमें रविंद्र जडेजा को जोड़ना शामिल है।
अभी टीम से जुड़े मयंक अग्रवाल को छोड़कर जडेजा एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें विश्व कप में एक भी मैच खेलने को नहीं मिला है, लेकिन श्रीलंकाई टीम में बाएं हाथ के अधिक खिलाड़ियों को देखते हुए इसकी संभावना नहीं दिख रही है। हालांकि इससे कोहली और कोच रवि शास्त्री मध्यक्रम में केदार जाधव की वापसी करा सकते हैं क्योंकि वह ऑफ ब्रेक गेंद फेंकते हैं। पर दिनेश कार्तिक के लिए यह थोड़ा अनुचित होगा जिन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पिछले मैच में ज्यादा गेंदों का सामना नहीं किया था।
कोहली ने अभी तक धोनी को पांचवें नंबर के अलावा ऊपरी क्रम में भेजने की ओर संकेत नहीं किया है। और यह चतुराई भरी योजना हो सकती है अगर पूर्व कप्तान को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कराई जाए, जबकि ‘पावर हिटर’ जैसे ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या निचले क्रम में अपना नैसर्गिक खेल दिखाएं। विजय शंकर की जगह मयंक आ चुके हैं और उनके परम मित्र लोकेश राहुल दो अर्धशतक जड़कर रोहित के साथ शीर्ष क्रम में अपना स्थान सुनिश्चित कर चुके हैं।
रोहित भी अपने पांचवें शतक की उम्मीद लगाए होंगे। जसप्रीत बुमराह (14) की अगुवाई वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण को मोहम्मद शमी (14 विकेट) का पूरा सहयोग मिला है और सेमीफाइनल से पहले इन्हें कुछ आराम देना आदर्श स्थिति होगी। पर अंक तालिका में शीर्ष स्थान दाव पर लगा है तो कोहली कम से कम एक को तो मैदान पर उतारना ही चाहेंगे।
दोनों टीम इस प्रकार हैं :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, केएल राहुल, ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या, एमएस धोनी (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, मयंक अग्रवाल, रवींद्र जडेजा और केदार जाधव।
श्रीलंका :दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), कुसल मेंडिस, कुसल परेरा, लाहिरु थिरिमाने, एंजेलो मैथ्यूज, लसिथ मलिंगा, जीवन मेंडिस, धनंजया डी सिल्वा, कासुन राजिता, इसुरु उदाना, सूरंगा लकमल, मिलिंडा सिरीवर्धने, जेफरी वांडरसे, तिसारा परेरा और अविष्का फर्नांडो।