CWC 2019: अफगानी बल्लेबाज हशमतुल्लाह शहीदी का खुलासा, 'बाउंसर लगने के बावजूद अपनी मां के लिए जारी रखी बैटिंग'

Hashmatullah Shahidi: इंग्लैंड के खिलाफ 76 रन की जोरदार पारी खेलने वाले अफगानी बल्लेबाज हशमतुल्लाह शहीदी ने बाउंसर लगने के बावजूद खेलना जारी रखने की वजह का खुलासा किया है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 19, 2019 11:24 AM

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ठळक मुद्देअफगानी बल्लेबाज हशमतुल्लाह शहीदी के हेलमेट पर लगी थी मार्क वुड की खतरनाक बाउंसरशहीदी ने एक नया हेमलेट मंगवाया और मैदान छोड़कर जाने के बाद खेलना जारी रखाशहीदी ने मैच के बाद कि वह अपनी मां को दुख नहीं पहुंचाना चाहते थे, इसलिए खेलते रहेबाउंसर लगने के बावजूद शहीदी ने 100 गेंदों में 76 रनों की शानदार पारी खेली

अफगानिस्तान की टीम को मंगलवार को खेले गए आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों 150 रन से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। लेकिन अफगानिस्तान की इस हार के बावजूद जिस बल्लेबाज ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को जोरदार जवाब दिया, उसका नाम है, हशमतुल्लाह शहीदी। 

लगातार गिरते विकेटों के बीच शहीदी ने एक छोर मजबूती से थामे रखा और 100 गेंदों में 5 चौकों और 2 छक्कों की मदद 76 रन की जोरदार पारी खेली। यही नहीं शहीदी ने खुद को बाउंसर फेंकने वाले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड की गेंद पर भी छक्का जड़ा। 

शहीदी ने बाउंसर लगने के बावजूद क्यों जारी रखी बैटिंग, किया खुलासा

ये पारी शहीदी के लिए आसान नहीं रही और इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड की 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार की गेंद उनके हेलमेट से टकराने के बाद वह जमीन पर गिर पड़े थे। लेकिन इस 24 वर्षीय युवा बल्लेबाज ने हार नहीं मानी और मैदान में डटे रहे और 76 रन की जोरदार पारी खेल दी।

मैच के बाद शहीदी ने इस पारी की वजह अपनी मां को बताया और कहा कि वह अपनी मां को दुख नहीं पहुंचाना चाहते थे। इसीलिए वुड की बाउंसर लगने के बावजूद उन्होंने खेलना जारी रखा।

मार्क वुड की 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से नजरें हटाना शहीदी को भारी पड़ा और गेंद उनके हेलमेट से जा टकराई, जिसके बाद वह जमीन पर गिर पड़े और ऐसा लगा कि उन्हें रिटायर्ड हर्ट होना पड़ेगा, लेकिन शहीदी ने नया हेलमेट मंगाते हुए खेलना जारी रखा। 

मैच के बाद उन्होंने बाउंसर लगने के बावजूद खेलने की वजह का खुलासा करते हुए कहा, 'मेरी मां की वजह मैं जल्दी (बाउंसर लगने के बाद) खड़ा हो गया।' 'मैंने पिछले साल अपने पिता को खोया है, इसलिए मैं मां को दुखी नहीं करना चाहता था। मेरा पूरा परिवार मैच देख रहा था, यहां तक कि मेरे बड़े भाई मैदान में मैच देख रहे थे। मैं उन्हें अपने लिए दुखी नहीं करना चाहता था।'

लेकिन शहीदी को बाउंसर लगने के बाद मेडिकल सलाह को नजरअंदाज करते हुए खेलने की इजाजत देने से इस बात पर जरूर सवाल उठ खड़े हुए हैं कि आईसीसी इस वर्ल्ड कप में सिर की चोट के मुद्दे से कैसे निपट रहा है। 

शहीदी ने कहा, 'आईसीसी के डॉक्टर और मेरे फिजियो मेरे पास आए थे, मेरा हेलमेट बीच से टूट गया था।'

'उन्होंने मुझसे कहा, चलो। मैंने उनसे कहा कि मैं इस समय अपने टीम के साथियों को नहीं छोड़ सकता हूं। मेरी टीम को मेरी जरूरत है। मैंने खेलना जारी रखा।' 

'मैच के बाद मैं आईसीसी डॉक्टर के पास गया और उनसे बात की। उन्होंने मेरा ख्याल रखा और कहा कि ये ठीक हो जाएगा।'

अफगानिस्तान के टीम अधिकारी नावेद सैयह ने इस बात की पुष्टि की है कि शहीदी ने सलाह के खिलाफ जाकर बैटिंग जारी रखी।

सैयह ने कहा, 'डॉक्टर्स ने उससे कहा था, कृपया बाहर आ जाइए, और मैदान छोड़ दीजिए। शहीदी ने उनसे कहा, नहीं, मैं ठीक हूं, इसलिए मैं अपनी बैटिंग जारी रखूंगा।' 

इस मैच में इंग्लैंड ने इयोन मोर्गन की 17 छक्कों से सजी 148 रन की तूफानी पारी की मदद से 50 ओवर में 397/6 का स्कोर बनाने के बाद अफगानिस्तान को 50 ओवर में 247/8 के स्कोर पर समेटते हुए 150 रन से शानदार जीत दर्ज की।

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