क्रिकेट को एक नया विश्व चैम्पियन मिलेगा, जब रविवार को खिताब के लिए क्रिकेट का जनक इंग्लैंड और हमेशा ‘अंडरडॉग’ मानी जाने वाली न्यूजीलैंड टीम एक-दूसरे के सामने होंगे। इंग्लैंड ने 1966 में फीफा विश्व कप जीता लेकिन क्रिकेट में उसकी झोली खाली रही है। फुटबॉल में गैरी लिनाकेर से लेकर डेविड बैकहम और हैरी केन तक, कोई उसके बाद इंग्लैंड के लिए ‘कप’ नहीं जीत सका। महिला फुटबॉल टीम भी सेमीफाइनल में हार गई।
इयोन मोर्गन की टीम का सफर भी उतार चढाव भरा रहा लेकिन यह जीत के तेवरों वाली टीम बनकर उभरी। वह भी ऐसे समय में जब ब्रिटेन में क्रिकेट का मुफ्त प्रसारण नहीं होता है। रविवार को हालात एकदम अलग होंगे, जब सभी रास्ते क्रिकेट के मैदान की तरफ मुड़ेंगे। पहली बार देश में फुटबॉल हाशिए पर होगा और क्रिकेट का चर्चा आम रहेगा। पहली बार इंग्लैंड में किसी वनडे टीम ने अपने जबर्दस्त आक्रामक खेल से क्रिकेटप्रेमियों का दिल जीत लिया है। पिछले विश्व कप में पहले चरण से बाहर होने के अपमान को उसने प्रेरणा की तरह लिया और शिखर पर जा पहुंची।
दूसरी ओर न्यूजीलैंड के पास केन विलियम्सन के रूप में ‘कूल’ कप्तान है जो समय समय पर उनके लिये संकटमोचक भी साबित हुआ है। सेमीफाइनल में भारत को हराने के बाद उनके हौसले बुलंद होंगे। जॉनी बेयरस्टो, जेसन रॉय, जो रूट, जोस बटलर और बेन स्टोक्स जैसे सितारों से सजी इंग्लैंड टीम लॉडर्स पर प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी।
इंग्लैंड के ‘फेमस फाइव’ यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि 1979, 1987 और 1992 के बाद अब वे खिताब से नहीं चूकने पाए। सबसे पहले 1979 में इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ फाइनल खेला। इसके बाद 1987 में ईडन गार्डन पर फाइनल में एलेन बार्डर की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उन्हें हराया। उस मैच में माइक गैटिंग ने बेहद खराब रिवर्स स्वीप खेला था। आखिरी बार 1992 में इमरान खान की पाकिस्तानी टीम ने इंग्लैंड को हराया। इस बार राय (426 रन) और बेयरस्टो (496 रन) शानदार फॉर्म में है और हर गेंदबाज की धज्जियां उड़ाई है।
ट्रेंट बोल्ट और मैट हेनरी उनके बल्लों पर किस तरह अंकुश लगाते हैं, यह देखना रोचक होगा। जो रूट (549) ने मध्यक्रम को स्थिरता दी है, जबकि स्टोक्स टीम को संतुलन देते हैं। गेंदबाजी में जोफ्रा आर्चर (19 विकेट), क्रिस वोक्स (13 विकेट) और लियाम प्लंकेट (आठ विकेट) शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। न्यूजीलैंड की टीम में छह खिलाड़ी ऐसे हैं, जो पिछली बार विश्व कप फाइनल खेल चुके हैं। विलियम्सन 548 रन बना चुके हैं जबकि रोस टेलर ने 335 रन बनाए हैं। गेंदबाजी में मिशेल सेंटनेर, जिम्मी नीशाम, कोलिन डे ग्रांडहोमे भरोसेमंद साबित हुए हैं।
टीमें:
इंग्लैंड: इयोन मोर्गन (कप्तान), मोईन अली, जोफ्रा आर्चर, जानी बेयरस्टा, जोस बटलर, टॉम कुरेन, लियाम डासन, लियाम प्लंकेट, आदिल राशिद, जो रूट, जेसन रॉय, बेन स्टोक्स, जेम्स विंस, क्रिस वोक्स, मार्क वुड।
न्यूजीलैंड: केन विलियमसन (कप्तान), मार्टिन गुप्टिल, कॉलिन मुनरो, रॉस टेलर, टाम लाथम, टाम ब्लंडेल, कोलिन डि ग्रांडहोमे, जिम्मी नीशाम, ट्रेंट बोल्ट, लॉकी फग्युर्सन, मैट हेनरी, मिशेल सेंटनेर, हेनरी निकोल्स, टिम साउदी, ईश सोढी।