Highlightsमहिला टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत की ओर से 12 खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी की, लेकिन टीम हार गई।भारतीय महिला टीम को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 85 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को रविवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 85 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही भारतीय टीम का पहला खिताब जीतने का सपना टूट गया।
फाइनल मुकाबले में भारतीय महिला टीम की ओर से 12 खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी की, लेकिन इसके बावजूद भी अपनी टीम को जीत नहीं दिला सकी। भारतीय टीम टारगेट का पीछा करते हुए भारत 19.1 ओवर में 99 रन पर ही सिमट गई।
दरअसल, भारतीय टीम की ओर से 12 खिलाड़ी बल्लेबाजी करने के लिए उतरी थीं, क्योंकि विकेटकीपर बल्लेबाज तानिया भाटिया कन्कशन की शिकार हो गई। तानिया को फाइनल मैच के दौरान गर्दन पर गेंद लगी और बेहोशी जैसी स्थिति के कारण रिटायर्ड हर्ट होकर मुकाबले से बाहर हो गई। इसके बाद उनकी जगह रिचा घोष बल्लेबाजी करने के लिए उतरी, जो प्लेइंल इलेवन का हिस्सा नहीं थीं।
तानिया भाटिया दूसरे ओवर में ही रिटायर्ड हर्ट हो गईं, जब बाएं हाथ की स्पिनर जेस जोनासन की गेंद उनके हेलमेट पर लगी। तानिया स्वीप खेलने का प्रयास कर रही थीं और गेंद लगने के बाद वह असहज दिखीं।
भारतीय टीम के डॉक्टर और फिजियो इसके बाद मैदान पर उतरे और जांच के बाद तानिया को मैदान से बाहर ले गए। इसके बाद आईसीसी के नियम के अनुसार रिचा घोष कन्कशन सब्सटीट्यूट बल्लेबाजी के रूप में बल्लेबाजी करने उतरीं।
बता दें कि आईसीसी के नियम के अनुसार किसी भी स्पर्धा में कन्कशन सबस्टीट्यूट लागू है। जिसमें किसी खिलाड़ी के सिर में चोट लगने के बाद अगर उसकी बेहोशी जैसी स्थिति होने लगती है तो उसकी जगह पर उसी रोल का खिलाड़ी टीम में शामिल किया जा सकता है।
बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने आईसीसी महिला टी20 विश्व कप में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 20 ओवरों में 4 विकेट गंवाकर 184 रन बनाया। 185 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 19.1 ओवर में 99 रनों पर ऑल आउट हो गई।