आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच बुधवार को खेले जा रहे मैच के दौरान ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड की वजह से एक बल्लेबाज को आउट दिए जाने पर विवाद खड़ा हो गया। इस मैच में दक्षिण अफ्रीकी ओपनर जिवेशन पिल्लै (Jiveshen Pillay) को 'ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड' (obstructing the field) के तहत आउट करार दिया गया, जिसके बाद इस फैसले पर विवाद खड़ा हो गया।
दरअसल वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे इस मैच के दौरान विंडीज गेंदबाज जेरियन होएट की गेंद जिवेशन के बल्ले से टकरा कर स्टंप के नजदीक गिर गई। इस दौरान जिवेशन ने गेंद को पहले बैट से और फिर पैर से रोकने की कोशिश की लेकिन गेंद खुद ही रुक गई। इस बीच जिवेशन ने गेंद को हाथ से उठाकर विकेटकीपर इमानुएल स्टीवर्ट की तरफ उछाल दिया। स्टीवर्ट संयोग से विंडीज टीम के कप्तान भी हैं और उन्होंने जिवेशन के खिलाफ 'ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड' की अपील कर दी। इसके बाद अंपायर ने मामला थर्ड अंपायर को रेफर किया जिन्होंने रिप्ले देखने के बाद जिवेशन को आउट करार दिया।
क्या है 'ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड' का नियम
दरअसल ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड के नियम 37.4 के मुताबिक, 'कोई बल्लेबाज ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड के तहत तब आउट होता है, जब किसी भी समय गेंद खेल में है और बिना फील्डर की सहमति के, बल्लेबाज अपने बैट से या शरीर के किसी भी हिस्से से, उस हाथ सहित जिसमें बैट न पकड़ा हो, गेंद को किसी भी फील्डर को लौटाने की कोशिश करता है।'
इसी नियम का हवाला देते हुए विंडीज कप्तान की अपील पर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज जिवेशन को आउट दिया गया। जिवेशन को इस तरह आउट दिए जाने का वीडियो आईसीसी ने भी ट्ववीट किया।
जिवेशन को विवादास्पद ढंग से आउट दिए जाने पर मचा बवाल
जिवेशन को जिस अंदाज में आउट करार दिया गया उससे विवाद खड़ा हो गया। वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर और इस मैच में कॉमेंट्री कर रहे इयान बिशप ने इस फैसले को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि अगर वह विंडीज टीम के कप्तान होते तो कभी इस तरह की अपील नहीं करते। उन्होंने कहा कि ऐसा करने पर खेल भावना का क्या मतलब रह जाता है। सोशल मीडिया पर भी कई फैंस ने विंडीज टीम की आलोचना की।