ICC U-19 वर्ल्ड कपः ये टॉप-7 खिलाड़ी रहे भारत की चौथी वर्ल्ड कप जीत के हीरो

भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराते हुए अंडर-19 वर्ल्ड का खिताब चौथी बार जीत लिया

By अभिषेक पाण्डेय | Published: February 3, 2018 01:24 PM2018-02-03T13:24:39+5:302018-02-03T14:36:26+5:30

ICC Under-19 World Cup: 5 top performers of indian u-19 cricket team, wins world cup | ICC U-19 वर्ल्ड कपः ये टॉप-7 खिलाड़ी रहे भारत की चौथी वर्ल्ड कप जीत के हीरो

भारतीय अंडर-19 टीम वर्ल्ड कप 2018

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भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर रिकॉर्ड चौथी बार अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है। शनिवार को खेले गए फाइनल मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराते हुए खिताब अपने नाम कर लिया। पृथ्वी शॉ की कप्तानी में भारत ने इस वर्ल्ड कप में अजेय रहते हुए खिताब पर कब्जा जमाया।

भारतीय टीम लगातार पांच मैच जीतते हुए फाइनल में पहुंची थी और खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 216 रन पर समेटते हुए मनजोत कालरा के शानदार अर्धशतक की बदौलत भारत ने जीत का लक्ष्य 38.5 ओवरों में ही 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया। राहुल द्रविड़ की प्रेरणादायी कोचिंग में भारतीय टीम पूरे वर्ल्ड कप में चैंपियन की तरह खेली और चार वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली टीम बन गई। आइए एक नजर डालें इस वर्ल्ड कप में भारत के जीत के हीरो रहे टॉप-5 खिलाड़ियों पर।

1. शुभमन गिलः शुभमन गिल इस वर्ल्ड कप में सबसे कामयाब भारतीय बल्लेबाज रहे। गिल सिर्फ फाइनल (31 रन) को छोड़कर जिस भी मैच में बैटिंग की, हाफ सेंचुरी जरूर जड़ी। गिल ने 6 मैचों में तीन अर्धशतकों और एक शतक की मदद से सर्वाधिक 372 रन बनाए। पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में उनकी 102 रन की नाबाद पारी को लंबे समय तक याद रखा जाएगा। 

2.पृथ्वी शॉ: कप्तान हो या बैटिंग, शॉ इस वर्ल्ड कप में प्रेरणा बनकर खेले। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले ही मैच में उन्होंने 94 रन की जोरदार पारी खेली। इसके अलावा उन्होंने पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ 57 रन की नाबाद पारी, बांग्लादेश के खिलाफ क्वॉर्टर फाइनल में 40 रन और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 41 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में शॉ ने 29 रन बनाए। उन्हें अगला सचिन कहा जा रहा है और वर्ल्ड कप में वह जिस शानदार अंदाज में खेले हैं उस हिसाब से ये तुलना गलत भी नहीं है। शॉ ने 6 मैचों में 261 रन बनाए और अंडर-19 वर्ल्ड कप इतिहास के सबसे सफल भारतीय कप्तान बन गए।

 

3. मनजोत कालराः फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मनजोत ने 101 रन की नाबाद पारी खेली। पृथ्वी और शुभमन के जल्दी आउट होने के बाद मनजोर ने एक छोर से ताबड़तोड़ बैटिंग की। ग्रुप मैच में भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मनजोत ने 86 रन की जोरदार पारी खेली थी। फाइनल में जब सबसे ज्यादा जरूरत तो थी 102 गेंदों में 8 चौकों और 3 छक्कों की मदद से उन्होंने शतक जड़ा और ये कमाल करने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए। 

4. अनुकूल रॉय: इस 19 वर्षीय स्पिनर ने अपनी घूमती गेंदों से हर बल्लेबाज का कड़ा इम्तिहान लिया। रॉय ने फाइनल में दो विकेट समेत इस वर्ल्ड कप में 14 विकेट झटके और भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे। पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ 14 रन देकर 5 विकेट और जिम्बाब्वे के खिलाफ 20 रन देकर 4 विकेट लेते हुए उन्होंने अपनी छाप छोड़ी। रॉय को इस वर्ल्ड कप की खोज माना जा रहा है।

5.कमलेश नागरकोटीः 147 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करके सबको चौंकाने वाले कमलेश नागरकोटी भारतीय गेंदबाजी के स्टार साबित हुए। नागरकोटी ने अपने 6 मैचों में 9 विकेट झटके, जिनमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में 3, बांग्लादेश के खिलाफ 3 विकेट और फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 विकेट झटके। महज 18 साल की उम्र में कमलेश की गेंदबाजी की रफ्तार साबित करती है कि वह भारतीय तेज गेंदबाजी का भविष्य हैं।  

6. ईशान पोरेल/शिवम मावी: 6 फीट 2 इंच लंबे इस तेज गेंदबाज ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 4 विकेट और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में 2 विकेट झटकते हुए सबको प्रभावित किया। अपने कद से उन्होंने न्यूजीलैंड की विकेटों पर अपनी गेंदों की उछाल से बल्लेबाजों को खूब परेशान किया।

7. शिवम मावी: नोएडा के इस तेज गेंदबाजों ने समय-समय पर अच्छी गेंदबाजी करते हुए भारत की जीत में अहम योगदान दिया। शिवम ने अपनी रफ्तार से सबको प्रभावित किया। मावी ने 6 मैचों में 7 विकेट झटके और भारत के स्टार गेंदबाजों में से एक रहे।  

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