भारत के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में अपने ग्लव्स पर भारतीय सेना के पैरा स्पेशल फोर्सेज के प्रतीक चिन्ह 'बलिदान बैज' को लगाकर खेले थे।
लेकिन आईसीसी ने अपने नियमों का हवाला देते हुए धोनी को अपने ग्लव्स पर इसके इस्तेमाल से रोक दिया है।
सहवाग ने बताया, धोनी अब भी कैसे कर सकते हैं बलिदान बैज का इस्तेमाल
अब पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने एक अनोखी सलाह देते हुए बताया कि कैसे धोनी बलिदान बैज का इस्तेमाल अब भी कर सकते हैं। सहवाग ने कहा है कि धोनी को बलिदान बैज का इस्तेमाल अपने बैट पर करना चाहिए।
सहवाग ने ट्विटर पर शेयर एक वीडियो में कहा है कि वह भारतीय सेना के प्रति धोनी के प्रेम की प्रशंसा करते हैं और वह आईसीसी की अनुमति से अपने बैट पर बलिदान बैज का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सहवाग ने बताया कि आईसीसी की अनुमति से बैट पर दो लोगो के इस्तेमाल की अनुमति होती है-इनमें से एक मैन्युफैक्चरर का लोगो होता है जबकि दूसरा लोगो खिलाड़ी का हो सकता है।
सहवाग ने कहा, 'एमए अब भी लोगो का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि बैट पर दो लोगो की इजाजत होती है, एक मैन्युफैक्चरर का होता है और दूसरा कुछ भी हो सकता है। मैंने बैट पर अपने स्कूल के लोगों SISJ.in के लोगो को प्रयोग करने की इजाजत मांगी थी और अनुमति के बाद मैंने इसका प्रयोग अपने बैट पर किया।'
धोनी ने अपने ग्लव्स पर बलिदान बैज के प्रयोग से भारतीय सेना के प्रति अपना सम्मान और प्रेम प्रदर्शित किया था। लेकिन उन्हें आईसीसी द्वारा इसके इस्तेमाल से रोके जाने के बाद काफी विवाद खड़ा हुआ और भारतीय फैंस ने इस फैसले का कड़ा विरोध करते हुए आईसीसी की आलोचना की।
भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप 2019 के अपने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को 6 विकेट से मात दी थी।