अब गेंदबाज को मिलेगा संदेह का लाभ, मैदानी अंपायर नहीं दे सकेगा नो-बॉल

वेस्टइंडीज और आयरलैंड के बीच तीन वनडे और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे। जहां इस नियम को प्रयोग में लाया जाना है।

By भाषा | Published: January 6, 2020 07:02 PM2020-01-06T19:02:20+5:302020-01-06T19:02:20+5:30

Front foot no ball technology to be tried during West Indies-Ireland series | अब गेंदबाज को मिलेगा संदेह का लाभ, मैदानी अंपायर नहीं दे सकेगा नो-बॉल

अब गेंदबाज को मिलेगा संदेह का लाभ, मैदानी अंपायर नहीं दे सकेगा नो-बॉल

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वेस्टइंडीज और आयरलैंड के बीच सीमित ओवरों की आगामी श्रृंखला के दौरान भी तीसरे अंपायर को आगे के पांव की नो-बॉल देने का अधिकार होगा। इससे पहले वेस्टइंडीज के हाल में भारत दौरे में इस तकनीक का प्रयोग किया गया था।

वेस्टइंडीज और आयरलैंड के बीच तीन वनडे और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे। इस दौरान तीसरा अंपायर प्रत्येक गेंद के लिये आगे के पांव पर निगरानी रखेगा और अगर पांव लाइन से आगे होता है तो मैदानी अंपायर को नो-बॉल देने के लिये कहेगा।

मैदानी अंपायर अब आगे के पांव की नो-बॉल नहीं देगा जब तक कि उसे तीसरे अंपायर से निर्देश नहीं मिलते लेकिन वह अन्य मैदानी फैसलों के लिये जिम्मेदार होगा। संदेह का लाभ गेंदबाज को मिलेगा और अगर नो-बॉल की जानकारी बाद में मिलती है तो मैदानी अंपायर बल्लेबाज के आउट होने पर अपना फैसला बदल सकता है।

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