पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर रघुनाथ चंदोरकर का खास शतक, 100वां जन्‍मदिन मनाने वाले तीसरे भारतीय क्रिकेटर बने

चंदोरकर ने सात प्रथम श्रेणी मैच खेले थे, उन्होंने महाराष्ट्र (1943-44 से 1946-47) और बाम्बे (1950-51) का प्रतिनिधित्व किया था। विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेलने वाले चंदोरकर ने सात मैचों में 155 रन बनाये थे।

By सतीश कुमार सिंह | Published: November 21, 2020 08:56 PM2020-11-21T20:56:28+5:302020-11-21T20:57:32+5:30

Former first class cricketer Raghunath Chandorkar's special century third Indian celebrate 100th birthday | पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर रघुनाथ चंदोरकर का खास शतक, 100वां जन्‍मदिन मनाने वाले तीसरे भारतीय क्रिकेटर बने

1950 -51 सीजन में वह मुंबई में चले गए थे, फिलहाल अब वह डोंबिवली में एक शांत जिंदगी जी रहे हैं। (file photo)

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Highlightsवह जन्मदिन का शतक पूरा करने वाले तीसरे भारतीय क्रिकेटर बन गये। प्रो. डीबी देवधर (1892-1993) और वसंत रायजी (1920-2020) अन्य दो भारतीय क्रिकेटर हैं।सबसे उम्रदराज जीवित रणजी खिलाड़ी महाराष्‍ट्र के रघुनाथ चंदोरकर आज अपना 100वां जन्‍मदिन बना रहे हैं।

नई दिल्लीः पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर रघुनाथ चंदोरकर शनिवार को 100 वर्ष के हो गये और वह जन्मदिन का शतक पूरा करने वाले तीसरे भारतीय क्रिकेटर बन गये।

चंदोरकर ने सात प्रथम श्रेणी मैच खेले थे, उन्होंने महाराष्ट्र (1943-44 से 1946-47) और बाम्बे (1950-51) का प्रतिनिधित्व किया था। विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेलने वाले चंदोरकर ने सात मैचों में 155 रन बनाये थे। उन्होंने तीन कैच लेने के साथ दो स्टंप भी किये थे। प्रो. डीबी देवधर (1892-1993) और वसंत रायजी (1920-2020) अन्य दो भारतीय क्रिकेटर हैं, जिन्होंने अपना 100वां जन्मदिन मनाया है। 

सबसे उम्रदराज जीवित रणजी खिलाड़ी महाराष्‍ट्र के रघुनाथ चंदोरकर आज अपना 100वां जन्‍मदिन बना रहे हैं। 21 नवंबर 1920 को महाराष्‍ट्र में जन्‍मे चंदोरकर इसी के साथ 100वां जन्‍मदिन मनाने वाले तीसरे भारतीय फर्स्‍ट क्‍लास खिलाड़ी बन गए हैं। रायजी ने इसी साल 26 जनवरी को अपना 100वां जन्‍मदिन मनाया था, मगर जून में उन्‍होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था।

मिडिल ऑर्डर बल्‍लेबाज और लेग स्पिन गेंदबाज चंदोरकर 1943 से 44 और 1946 से 47 में महाराष्‍ट्र की तरफ से पांच रणजी ट्रॉफी मैच खेल चुके हैं, 1950 -51 सीजन में वह मुंबई में चले गए थे, फिलहाल अब वह डोंबिवली में एक शांत जिंदगी जी रहे हैं।

हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की खबर के अनुसार चंदोरकर अपनी मेमोरी खो चुके हैं, मगर वह आज भी टीवी पर क्रिकेट देखते हैं। उनकी बहू विनीता के अनुसार हम नहीं जानते कि उनके दिमाग में क्‍या चल रहा है, मगर वह टीवी पर क्रिकेट देखते हैं. कोविड के कारण उनकी सुरक्षा को देखते हुए उन्‍हें सितंबर में उम्रदराज सुविधा में शिफ्ट कर दिया गया था।

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