ENG vs IND, 3rd Test: रूट का 37वां शतक, बुमराह ने झटके 5 विकेट, दूसरे दिन का खेल खत्म, भारत 242 रन पीछे और हाथ में 7 विकेट

ENG vs IND, 3rd Test: ओपनर केएल राहुल अर्धशतक पूरा कर चुके हैं। उपकप्तान ऋषभ पंत साथ दे रहे हैं।

By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 11, 2025 23:13 IST2025-07-11T23:06:36+5:302025-07-11T23:13:01+5:30

ENG vs IND, 3rd Test score joe Root's 37th century jasprit Bumrah took 5 wickets India 242 runs behind 7 wickets hand ENG out 387 | ENG vs IND, 3rd Test: रूट का 37वां शतक, बुमराह ने झटके 5 विकेट, दूसरे दिन का खेल खत्म, भारत 242 रन पीछे और हाथ में 7 विकेट

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Highlightsकप्तान शुभमन गिल ने 44 गेंद में 2 चौके की मदद से 16 रन की पारी खेली। करुण नायर ने 40 रन की पारी खेली और 62 गेंद में 4 चौके मारे। यशस्वी जायसवाल ने 13 रन बनाए और 8 गेंद में 3 चौके उड़ाए। 

ENG vs IND, 3rd Test: लंदन के लॉर्ड्स में दूसरे दिन का खेल खत्म हो गया है। टीम इंडिया ने मेहमान इंग्लैंड को 387 रन पर समेट दिया। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 3 विकेट खोकर 145 रन बना लिए है। भारत इंग्लैंड से 242 रन पीछे और हाथ में 7 विकेट बाकी है। ओपनर केएल राहुल अर्धशतक पूरा कर चुके हैं। अभी तक पारी में 5 चौके मारे हैं। 113 गेंद में 53 रन पर नाबाद हैं। उपकप्तान ऋषभ पंत साथ दे रहे हैं। पंत 33 गेंद में 3 चौके की मदद से 19 रन पर नाबाद लौटे हैं। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38 रन की साझेदारी की है। 

भारत के लिए यशस्वी जायसवाल ने 13 रन बनाए और 8 गेंद में 3 चौके उड़ाए। करुण नायर ने 40 रन की पारी खेली और 62 गेंद में 4 चौके मारे। कप्तान शुभमन गिल ने 44 गेंद में 2 चौके की मदद से 16 रन की पारी खेली। इंग्लैंड के लिए जोफ्रा आर्चर, बेन स्टोक्स और क्रिस वोक्स 1-1 विकेट अपने नाम किए।

इससे पहले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने 74 रन देकर 5 विकेट लिए और इसमें 4 खिलाड़ी को बोल्ड किया। बुमराह ने इस तरह कपिल देव के विदेशी सरजमीं पर 12 बार पांच विकेट लेने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। शुक्रवार को तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन जो रूट ने 37वां शतक पूरा किया। बुमराह के अब तक टेस्ट में 15 बार पांच विकेट लेने का कारनामा दिखाया।

उन्होंने यह उपलब्धि लगातार दो टेस्ट मैचों में हासिल की है, जिसमें लीड्स के पांच विकेट भी शामिल हैं। सुबह का सत्र निश्चित रूप से बुमराह के नाम रहा, जिन्हें कार्यभार प्रबंधन के तहत एजबेस्टन टेस्ट के दौरान आराम दिया गया था। रूट (199 गेंदे में 104 रन) ने दिन की पहली ही गेंद पर चौका लगाकर अपना आठवां शतक जड़ा जो लॉर्ड्स में किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए सबसे ज्यादा सैकड़े हैं।

कड़ी आलोचना के बीच ड्यूक गेंद निर्माता बदलाव के लिए तैयार

भारत-इंग्लैंड टेस्ट श्रृंखला में ड्यूक गेंद को लेकर खिलाड़ियों की ओर से काफी आलोचना हुई है लेकिन इसके मालिक दिलीप जाजोदिया चाहते हैं कि ‘खेल के सुपरस्टार’ इस विवादास्पद विषय पर थोड़ा और धैर्य दिखाएं। तीसरे टेस्ट के दौरान जाजोदिया ने पीटीआई से कहा कि इंग्लैंड में असामान्य रूप से गर्म मौसम और मौजूदा समय में बल्लेबाजों के आक्रामक खेल को ध्यान में रखते हुए उनकी कंपनी सुधार करने के लिए हमेशा तैयार रहती है।   डयूक गेंद 18वीं सदी से इंग्लैंड में इस्तेमाल हो रही है।  लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन सुबह के सत्र में दो बार गेंद को बदला गया।

महज 10 ओवर के खेल के बाद गेंद को दोबारा बदलने को लेकर भारतीय खिलाड़ियों में रोष दिखा। उन्होंने कहा, ‘‘विश्व क्रिकेट में केवल तीन मान्यता प्राप्त निर्माता हैं (ड्यूक्स, एसजी और कूकाबुरा)। क्रिकेट गेंद बनाना आसान नहीं है। यह अगर आसान होता, तो दुनिया भर में सैकड़ों निर्माता होते।’’

जाजोदिया ने कहा, ‘‘ इसलिए मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को यह समझने की जरूरत है कि हम हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं हैं। हम अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। अगर कोई समस्या है तो उसकी समीक्षा की जाएगी और हम उसका हल निकालने की कोशिश करेंगे। चाहे वह चमड़े की खराबी हो या किसी और चीज की। हम इसकी जांच करेंगे। मैं आराम से बैठा सिगार नहीं पी रहा हूं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ खिलाड़ी मेरी क्रिकेट गेंद की आलोचना कर सकते हैं। मैं भी खराब शॉट या खराब गेंद के लिए उनकी आलोचना कर सकता हूं। आप जानते हैं मेरा क्या मतलब है? आपको समझदार होना होगा।’’ श्रृंखला के दूसरे टेस्ट मैच के बाद शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने गेंद के इतनी जल्दी नरम होने और आकार बदलने पर निराशा व्यक्त की थी।

अपने टेस्ट करियर में 604 में से ज्यादातर विकेट ड्यूक गेंद से लेने वाले इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी तेजी से खराब हो रही गेंद के खिलाफ बात की है। जाजोदिया ने कहा, ‘‘सुपरस्टार (बड़े खिलाड़ी) बहस कर सकते हैं। मुझे वही बनाना होगा जो वे चाहते हैं। मैं बस इतना ही कह सकता हूँ। आलोचना करना बहुत आसान है।’’

जाजोदिया से जब इस गेंद की जल्दी खराब होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ इस पर मौसम का बड़ा असर होता है। क्रिकेट खेलने का तरीका और बल्ले का प्रकार बदल रहा है। खिलाड़ी शॉट में ज्यादा ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं। गेंद समय-समय पर बाउंड्री के बाहर कठोर चीजों से टकराती है। ऐसे में भी यह गेंद 80 ओवर तक चलती है और यह एक चमत्कार की तरह है।’’

ड्यूक गेंद पर लेकर ईसीबी की नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ नहीं, कोई तात्कालिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हम एक टेस्ट श्रृंखला के बीच में हैं। मैं पूरे सम्मान के साथ कह रहा हूं कि पिछले मैचों में दो नतीजे आए हैं। इसमें भारत ने एक मैच जीता है। कप्तान गिल ने किसी भी अन्य खिलाड़ी से अधिक रन बनाए हैं।

दो गेंदबाजों ने छह विकेट लिए। तो मैं बस यही कह सकता हूँ कि असुविधा के लिए मुझे खेद है लेकिन कम से कम आप क्रिकेट तो खेल रहे हैं।’’ भारत में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर एसजी टेस्ट बॉल का उपयोग किया जाता है। जाजोदिया का मानना है कि भारत जैसे विशाल क्रिकेट खेलने वाले देश को गेंद के अधिक विकल्पों की आवश्यकता है और उनकी कंपनी बढ़ते बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी उपस्थिति का विस्तार करेगी।  कंपनी मेरठ में है, लेकिन उसकी सभी गेंदों को इंग्लैंड में अंतिम रूप दिया जाता है।

जाजोदिया ने पिछले हफ्ते बेंगलुरु की अपनी यात्रा के दौरान भारत में एक कार्यालय पंजीकृत किया है, जिससे यह स्थिति बदलने वाली है। उन्होंने बीसीसीआई अधिकारियों से भी मुलाकात की जो गेंद का परीक्षण कर रहे हैं। अनुभवी प्रशासक बृजेश पटेल ड्यूक्स के भारत संचालन के प्रमुख होंगे। जाजोदिया ने कहा, ‘‘मैं मेरठ से गेंदें खरीद रहा था और उन्हें यहां (इंग्लैंड) अंतिम रूप दे रहा था।

लेकिन अब हम उन्हें भारत में भी अंतिम रूप देंगे। हम अपनी उपस्थिति बढ़ा रहे हैं क्योंकि हमारा मानना है कि अब भारत में समय सही है। मेरा मतलब है, अर्थव्यवस्था, उत्साह, बीसीसीआई क्रिकेट में जो सुविधाएं दे रहा है, बेंगलुरु में जो सुविधा है (वह सब इसके लिए अनुकूल है)।’’

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