आकाश चोपड़ा ने जताई धोनी पर दिए गंभीर के बयान से असहमति, कहा, 'भारतीय कप्तान के रूप में माही का काम था मुश्किल'

Aakash Chopra, Gautam Gambhir: पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने गौतम गंभीर के उस बयान से असहमति जताई है कि भारतीय कप्तान के रूप में धोनी का काम बेहद आसान था

By अभिषेक पाण्डेय | Published: July 17, 2020 4:29 PM

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ठळक मुद्देकप्तान के रूप में धोनी का काम बेहद मुश्किल था और वहां धोनी जैसे ही किसी व्यक्ति की जरूरत थी: आकाश चोपड़ाटीम को समझदारी से संभाल सकता है और टीम में बदलाव को भी संभाल सकता है: धोनी पर चोपड़ा

टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने हाल ही में दावा किया था कि एमएस धोनी कप्तान के तौर पर बहुत लकी थे जबकि सौरव गांगुली को कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी। स्टार स्पोर्ट्स के क्रिकेट कनेक्टेड शो में गंभीर ने कहा कि बड़े खिलाड़ियों की मौजूदगी ने भी धोनी का काम आसान बना दिया था। 

गंभीर ने कहा था, 'धोनी बहुत सौभाग्यशाली कप्तान रहे हैं क्योंकि उन्हें हर फॉर्मेट में एक बेहतरीन टीम मिली थी। 2011 वर्ल्ड कप टीम की कप्तानी करना धोनी के लिए बहुत आसान था क्योंकि उनके पास सचिन, सहवाग, मेरे, युवराज, युसूफ और विराट जैसे खिलाड़ी थे, इसलिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ टीम मिली थी, जबकि गांगुली को इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी, इसीलिए धोनी ने इतनी ट्रॉफियां जीतीं।'

आकाश चोपड़ा ने जताई धोनी की कप्तानी पर दिए गंभीर के बयान से असहमति

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, गंभीर के इस बयान से उनके पूर्व साथी खिलाड़ी रहे आकाश चोपड़ा ने असहमति जताई है। अपने यूट्यूब चैनल पर गंभीर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, चोपड़ा ने कहा कि वह गंभीर से असहमत हैं और धोनी के लिए भी काम मुश्किल था। साथ ही उन्होंने मुश्किल समय में कमान संभालने वाले गांगुली की भी तारीफ की।

चोपड़ा ने कहा, 'वह एकदम सही हैं कि सौरव गांगुली ने भारत को कई मैच विनर दिए। दादा ने तब कप्तानी संभाली थी जब मैच फिक्सिंग के काले बादलों की वजह से क्रिकेट मुश्किल में था और लोगों का भरोसा खो चुका था। उस स्थिति से एक ऐसी टीम बनाना जो विदेश में जाकर भी जीती, प्रतिभाओं की खोज, एकदम शानदार थी।'

आकाश चोपड़ा ने कहा कि कप्तान के रूप में धोनी का काम आसान कतई नहीं था (BCCI)

भारतीय कप्तान के रूप में मुश्किल था धोनी का काम: आकाश चोपड़ा

चोपड़ा ने कहा, 'मेरी राय में, धोनी का काम बेहद मुश्किल था और वहां धोनी जैसे ही किसी व्यक्ति की जरूरत थी, जो टीम को समझदारी से संभाल सकता है और टीम में बदलाव को भी संभाल सकता है। मेरे हिसाब से, ये गलत तुलना है और इसका नतीजा भी थोड़ा गलत है। मैं निजी तौर पर इस राय से सहमत नहीं हूं, मुझे लगता है कि कोहली को जो टीम मिली, उसे धोनी ने बड़े प्यार से संजोया था।'   

धोनी की कप्तानी में भारत ने 28 साल का सूखा खत्म करते हुए 2011 में 50 ओवर का वर्ल्ड कप जीता था। इससे पहले 2007 में उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप भी जीता था। 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी की खिताबी जीत के साथ ही धोनी आईसीसी के तीनों बड़े खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले कप्तान बने थे।

भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार धोनी ने टीम इंडिया को 60 टेस्ट में से 27 में जीत दिलाई थी जबकि उनकी कप्तानी में भारत ने 110 वनडे मैचों में भी जीत हासिल की। 

वहीं गांगुली की कप्तानी में भारत ने 49 में से 21 टेस्ट में जीत हासिल की, जबकि उनकी कप्तानी में भारत को 76 वनडे मैचों में जीत मिली। दादा की कप्तानी में टीम इंडिया 2002 की चैंपियंस ट्रॉफी में संयुक्त विजेता बनी जबकि 2003 वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंची और इंग्लैंड में 2002 में नेटवेस्ट सीरीज फाइनल में यादगार जीत दर्ज की।

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