Highlightsदानिश कनेरिया ने कहा है कि उन्होंने कभी भी पैसे के लिए देश को नहीं बेचादानिश कनेरिया ने कहा कि वह पिछले 10 सालों से बेरोजगार हैं
पूर्व पाकिस्तानी लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने शनिवार को यूट्यूब पर शेयर एक इमोशनल वीडियो में कहा कि उन्होंने पैसों के लिए कभी देश को नहीं बेचा। कनेरिया का ये बयान जावेद मियांदाद के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सुर्खियों में आने और पैसे के लिए कनेरिया कुछ भी कर सकते हैं।
कनेरिया ने मियांदाद के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि हिंदू होने की वजह से उनके साथ हुए धार्मिक भेदभाव की बात उन्होंने नहीं की थी बल्कि शोएब अख्तर ने ये दावा किया था।
कनेरिया ने अपने यट्यूब चैनल पर पोस्ट वीडियो में कहा कि क्रिकेट समुदाय द्वारा उनके साथ खराब व्यवहार तो किया ही गया, उन्होंने जिन टेलीविजन चैनलों के लिए काम किया उन्होंने भी पैसा नहीं दिया।
पैसे के लिए कभी देश को नहीं बेचा: दानिश कनेरिया
इस पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर ने कहा कि वह एक दशक से बेरोजगार हैं, जबकि उन्होंने पाकिस्तान के लिए खेलते हुए हमेशा अपना शत-प्रतिशत दिया।
कनेरिया ने कहा, 'जो लोग कह रहे हैं कि मैंने ये सस्ती लोकप्रियता पाने और अपने यूट्यूब चैनल के लिए किया, तो मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि मैंने ऐसा नहीं किया, शोएब अख्तर ने राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल पर भेदभाव के बारे में बोला।'
कनेरिया ने कहा, 'आपने मेरे हाथ और पैर काट दिए हैं। मैं लंबे समय से बेरोजगार हूं। आप और क्या चाहते हैं। क्या मैं खुद को खत्म कर लूं?'
मैच फिक्सिंग करने वालों का स्वागत किया जाता है: कनेरिया
कनेरिया ने बिना नाम लिए उन खिलाड़ियों पर तंज कसा जिन्होंने पाकिस्तान के लिए खेलते हुए मैच फिक्स किए और फिर दोबारा उनका राष्ट्रीय टीम में स्वागत किया गया। उन्होंने दावा कि उन्होंने पैसे के लिए कभी देश को नहीं बेचा।
कनेरिया ने मोहम्मद आमिर को दोबारा पाकिस्तानी टीम में शामिल किए जाने का उदाहरण देते हुए कहा, 'लोग कह रहे हैं कि मैं पाकिस्तान के लिए 10 साल खेला। लेकिन मैं 10 साल अपने खून की कीमत पर खेला। मैंने क्रिकेट पिच को अपना खून दिया। मेरी अंगुलियों से खून निकलने के बावजूद मैं गेंदबाजी करता रहता था। ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने अपने देश को बेच दिया लेकिन फिर भी उनका टीम में स्वागत किया जाता है। मैंने अपने देश को कभी भी पैसे के लिए नहीं बेचा।'
इससे पहले शोएब अख्तर ने दावा किया था कि दानिश कनेरिया के हिंदू होने की वजह से पाकिस्तानी टीम के कई खिलाड़ी उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार करते थे और उनके साथ खाना तक नहीं खाते थे।