बातों को कोई याद नहीं रखता, सिर्फ प्रदर्शन मायने रखता है: मैरी कॉम

मैरी कॉम (51 किग्रा) के मुताबिक उनका दो दशक से अधिक का अनुभव टोक्यो में युवा विरोधियों के खिलाफ उनका सबसे बड़ा हथियार होगा। 

By भाषा | Published: March 11, 2020 05:22 PM2020-03-11T17:22:59+5:302020-03-11T17:22:59+5:30

Big talk is forgotten, it's performance which stays: Mary Kom | बातों को कोई याद नहीं रखता, सिर्फ प्रदर्शन मायने रखता है: मैरी कॉम

बातों को कोई याद नहीं रखता, सिर्फ प्रदर्शन मायने रखता है: मैरी कॉम

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भारत की स्टार मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने दूसरी बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के बाद अपने आलोचकों और प्रतिस्पर्धियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग खेलों में राजनीति को लेकर आते हैं उन्हें याद रखना चाहिए कि आपका प्रदर्शन विरासत तैयार करता है, बड़े बयान नहीं।

जोर्डन के अम्मान में चल रहे एशिया-ओसियाना क्वालीफायर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाकर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली मैरी कॉम (51 किग्रा) ने कहा कि उनका दो दशक से अधिक का अनुभव टोक्यो में युवा विरोधियों के खिलाफ उनका सबसे बड़ा हथियार होगा। 

क्वालीफायर में कांस्य पदक हासिल करने वाली मैरी कॉम ने अम्मान से कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी मायने रखता है। मुझे ऐसा लगता है जैसे मैंने खुद को साबित कर दिया है। यह काफी मायने रखता है और मैं राहत महसूस कर रही हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि इससे उन लोगों की मानसिकता बदलेगी जो मेरे खिलाफ हैं, जो लोग चीजों में हेरफेर का प्रयास करते हैं और खेल में राजनीति को लेकर आते हैं।’’ 

छह बार की विश्व और पांच बार की एशियाई चैंपियन मैरी कॉम ने कहा, ‘‘रिंग के बाहर बात करने से आप सिर्फ सुर्खियां बना सकते हो। इन सुर्खियों को भुला दिया जाएगा और इसके बाद सिर्फ प्रदर्शन मायने रखता है। अगर आप सिर्फ बातें करोगे और नतीजे नहीं दोगे तो दीर्घकाल में इससे आपको नुकसान होगा। इसलिए अपने मुक्कों को जवाब देने दीजिए और ऐसी विरासत तैयार कीजिए जो भुलाई ना जा सके।’’ 

मैरी कॉम क्वालीफायर से पहले चयन विवाद के संदर्भ में बोल रही थीं जब पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन निकहत जरीन ने खेल मंत्री किरेन रीजीजू के हस्तक्षेप और मणिपुर की इस मुक्केबाज के खिलाफ ट्रायल की मांग की थी। ट्रायल में मैरी कॉम ने जीत दर्ज की थी। 

लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली मैरी कॉम का मानना है कि दो दशक से अधिक के अनुभव से उन्हें पोडियम पर जगह बनाने में मदद मिलेगी और वह 2012 की तुलना में बेहतर पदक जीत पाएंगी। उन्होंने कहा, ‘‘अनुभव के कारण मैं मुकाबले की तेजी को नियंत्रित कर पाती हूं। मैं काफी आक्रामक और तेज लड़कियों का सामना करती हूं लेकिन उनके पास अनुभव नहीं होता और मैं सुनिश्चित करती हूं कि यह मेरा सबसे बड़ा हथियार बने।’’

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