इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीमें एशेज सीरीज के पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भिड़ेंगी, जिसका पहला मैच 1 अगस्त को बर्मिंघम में खेला जाएगा।
एशेज टेस्ट सीरीज के इस 71वें संस्करण में सबकी नजरें दोनों टीमों के कप्तानों पर होंगी। जो रूट जहां इंग्लैंड की कप्तानी कर रहे हैं तो वहीं ऑस्ट्रेलिया की कमान विकेटकीपर बल्लेबाज टिम पेन के हाथों में हैं।
जो रूट vs टिम पेन: दोनों कप्तानों का रिकॉर्ड
28 वर्षीय इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने अपने 81 टेस्ट मैचों में 49.03 के औसत से 6718 रन बनाए, जिनमें 16 शतक और 41 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं 34 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने 21 टेस्ट में 35.14 के औसत से 984 रन बनाए हैं, जिनमें 5 अर्धशतक शामिल हैं।
जो रूट के लिए आसान नहीं रहा कप्तान बनना
जो रूट 2017 में जब इंग्लैंड के कप्तान बने तो उन्हें सिर्फ चार प्रथम श्रेणी मैचों में कप्तानी का अनुभव था। शुरुआत में तो इंग्लैंड के कुछ दिग्गजों ने उनकी अनुभवहीनता का मजाक उड़ाया और कहा कि इसका उनकी बल्लेबाजी पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा।
लेकिन जो रूट ने कप्तान के तौर पर अपने पहले ही टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 190 रन की मैच जिताऊ पारी और फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ इंग्लैंड के पहले डे-नाइट टेस्ट में शतक जड़ते हुए आलोचकों के मुंह बंद कर दिए।
लेकिन इसके बाद उन्हें अपना अगला टेस्ट शतक लगाने के लिए एक साल का इंतजार करना पड़ा और इस दौरान इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया के हाथों एशेज में 0-4 से शिकस्त भी झेलनी पड़ी।
अब इस 28 वर्षीय खिलाड़ी की नजरें इस सीरीज के दौरान अपनी कप्तानी में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया पर जीत दिलाने की होंगी।
टिम पेन के लिए मुश्किल भरा रहा कप्तान बनने का सफर
वहीं टिम पेन के लिए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बनने का सफर कहीं ज्यादा मुश्किलों भरा रहा। पेन 2017 में क्रिकेट से संन्यास लेकर क्रिकेट का सामान बनाने वाली कंपनी के साथ नौकरी करने का मन बना चुके थे, लेकिन मार्च 2018 तक वह ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान बन गए।
पेन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना टेस्ट डेब्यू 2009 में लॉर्ड्स में पाकिस्तान के खिलाफ किया था। पेन को विकेटकीपर ब्रैड हैडिन के उत्तराधिकारी के तौर पर टीम में लाया गया था।
लेकिन अंगुली में लगी एक चोट ने उन्हें पीछे ढकेल दिया और एक समय ऑस्ट्रेलिया तो छोड़िए वह घरेलू टीम तस्मानिया के लिए भी विकेटकीपर के रूप में पहली पसंद नहीं थे।
लेकिन जब विकेटकीपरों पीटर नेविल और मैथ्यू वेड को 2017-18 एशेज सीरीज के लिए बाहर कर दिया गया, तो टिम पेन ने इस मौके को हाथ से नहीं जाने दिया।
इसके बाद 2018 में बॉल टैम्परिंग विवाद में कप्तान स्टीव स्मिथ और उपकप्तान डेविड वॉर्नर पर लगे एक साल के बैन ने 34 वर्षीय पेन को ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट कप्तान बना दिया। टिम पेन की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम 71 सालों में पहली बार अपने घर में भारत के खिलाफ 2018-19 में टेस्ट सीरीज हारी है।
टिम पेन 1956 में इयान जॉनसन के बाद पहले ऐसे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान हैं, जिन्हें इंग्लैंड के दौरे पर उनके 'अच्छे इंसान' होने की वजह से कप्तान बनाया गया है। संयोग से ऑस्ट्रेलिया ने 1956 की वह सीरीज जीती थी।
ऑस्ट्रेलिया ने 18 साल से इंग्लैंड में एशेज नहीं जीता है, क्या टिम पेन इस सूखे को खत्म कर पाएंगे?