HighlightsApollo Tyres bags India jersey: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को जानकारी दी। Apollo Tyres bags India jersey: भारतीय टीम वर्तमान में दुबई में एशिया कप में बिना किसी जर्सी प्रायोजक के खेल रही है।Apollo Tyres bags India jersey: द्विपक्षीय मैचों के लिए 3.5 करोड़ रुपये और विश्व कप मैचों के लिए 1.5 करोड़ रुपये था।
मुंबईः अपोलो टायर्स ने भारतीय टीम के प्रायोजन अधिकार हासिल कर लिए हैं और 579 करोड़ रुपये की शानदार बोली लगाकर त्रिकोणीय प्रतियोगिता जीत ली है। यह प्रायोजन सौदा तीन साल का है और इसमें 121 द्विपक्षीय मैच और 21 आईसीसी मैच शामिल हैं। 100 से ज़्यादा देशों में मौजूदगी वाली गुड़गांव स्थित इस टायर कंपनी ने कैनवा और जेके सीमेंट्स को कड़ी टक्कर दी, जिन्होंने क्रमशः 544 करोड़ रुपये और 477 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। यह सौदा लगभग 4.77 करोड़ रुपये प्रति मैच बैठता है, हालाँकि द्विपक्षीय और आईसीसी मैचों के बीच मूल्य अंतर को देखते हुए इसमें थोड़ा अंतर हो सकता है।
क्रिकबज़ की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा निर्धारित आधार मूल्य द्विपक्षीय मैचों के लिए 3.5 करोड़ रुपये और विश्व कप मैचों के लिए 1.5 करोड़ रुपये था। ऑनलाइन गेम मंच ड्रीम 11 के बाहर होने के बाद अपोलो टायर्स भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी का नया प्रायोजक होगा।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को जानकारी दी। सरकार द्वारा पेश किए गए नए कानून के तहत ड्रीम 11 सहित वास्तविक धनराशि वाले गेमिंग मंच पर प्रतिबंध लगाने के बाद बीसीसीआई के पास टीम की जर्सी के लिए कोई प्रायोजक नहीं था। भारतीय टीम वर्तमान में दुबई में एशिया कप में बिना किसी जर्सी प्रायोजक के खेल रही है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अपोलो टायर्स के साथ करार हो गया है। हम जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे।’’ सभी रियल मनी गेमिंग कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने वाले सरकारी आदेश के कारण ड्रीम11 का सौदा रद्द होने के बाद बीसीसीआई को नए प्रायोजक के लिए निविदाएँ जारी करनी पड़ीं।
एशिया कप के करीब आने वाले सरकारी आदेश के कारण, बीसीसीआई को संयुक्त अरब अमीरात में चल रही महाद्वीपीय चैंपियनशिप में भारतीय टीम के लिए जर्सी प्रायोजक के बिना ही जाना पड़ा। नए प्रायोजकों को पहला अंतरराष्ट्रीय अनुभव 2 अक्टूबर से शुरू होने वाली वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज में मिलेगा, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया में एक सीमित ओवरों की श्रृंखला होगी।
हालाँकि, उससे पहले, नए प्रायोजक का लोगो भारत ए और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की 50 ओवरों की सीरीज के दौरान प्रदर्शित होगा। समझा जाता है कि बीसीसीआई ने चयनकर्ताओं को भारत ए की एकदिवसीय टीम का चयन जल्दी करने के लिए सूचित कर दिया है ताकि 30 सितंबर, 2 और 5 अक्टूबर को कानपुर में होने वाले मैचों के लिए जर्सी तैयार की जा सकें।
ऑनलाइन गेम मंच ड्रीम 11 के बाहर होने के बाद अपोलो टायर्स भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी का नया प्रायोजक होगा। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को पीटीआई को यह जानकारी दी। सरकार द्वारा पेश किए गए नए कानून के तहत ड्रीम 11 सहित वास्तविक धनराशि वाले गेमिंग मंच पर प्रतिबंध लगाने के बाद बीसीसीआई के पास टीम की जर्सी के लिए कोई प्रायोजक नहीं था। भारतीय टीम वर्तमान में दुबई में एशिया कप में बिना किसी जर्सी प्रायोजक के खेल रही है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अपोलो टायर्स के साथ करार हो गया है। हम जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे।’’ विश्वसनीय जानकारी के अनुसार तीन साल के इस सौदे की कीमत 579 करोड़ रुपये है। यह ड्रीम 11 के साथ इसी अवधि के लिए हुए 358 करोड़ रुपये के समझौते से ज्यादा है। टायर क्षेत्र की इस बड़ी कंपनी के साथ हुए इस सौदे में 121 द्विपक्षीय मैच और 21 आईसीसी मैच शामिल हैं।
ड्रीम 11 ने हाल ही में 'ऑनलाइन गेमिंग अधिनियम 2025 के प्रचार और विनिमयन’ के कारण अपने वास्तविक धन वाले गेम बंद कर दिए हैं । अधिनियम में कहा गया है कि ‘‘कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन मनी गेमिंग सेवाओं की पेशकश, सहायता, उकसाना, प्रेरित, लिप्त या संलग्न नहीं होगा और न ही किसी ऐसे विज्ञापन में शामिल होगा जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी व्यक्ति को कोई भी ऑनलाइन मनी गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित करता हो ।’’
ड्रीम11 के हटने के बाद भारतीय टीम के मुख्य प्रायोजक अधिकारों के लिए बीसीसीआई ने इस महीन की शुरूआत में बोलियां आमंत्रित करने के साथ ही कहा था कि टीम एशिया कप में बिना किसी मुख्य प्रायोजक के खेलेगी।
बीसीसीआई ने उस विज्ञप्ति में ऑनलाइन मनी गेमिंग, क्रिप्टोकरेंसी, सट्टेबाजी , तंबाकू या शराब जैसी चीजों से कंपनियों को बोली प्रक्रिया में शामिल करने से मना कर दिया था। अपोलो टायर्स एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है जिसका मुख्यालय गुरुग्राम में है। टायर निर्माता कंपनी की भारत और यूरोप सहित विदेशों में विनिर्माण इकाइयां हैं।