Highlightsफैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम11 ने 222 करोड़ रुपये में हासिल की आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिपड्रीम11 में चीन की दिग्गज इंटरनेट कंपनी टेंसेट का भी पैसा लगा हुआ है
फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम 11 आईपीएल 2020 का टाइटल स्पॉन्सर बन गया है। हाल ही में बीसीसीआई ने चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो के साथ इस साल के लिए करार तोड़ लिया था। वीवो के साथ बीसीसीआई का 2018 से 2022 तक पांच सालों के लिए करार है।
मंगलवार को आईपीएल 2020 के नए स्पॉन्सर के रूप में बीसीसीआई ने ड्रीम 11 के साथ करार का ऐलान किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक ड्रीम 11 का आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप के रूप में करार 31 दिसंबर तक है और इस स्पॉन्सरशिप करार की राशि 222 करोड़ रुपये हैं। वीवो के साथ बीसीसीआई का कुल 2199 और प्रति वर्ष 440 करोड़ रुपये का करार था।
ड्रीम 11 का क्या है चाइनीज कनेक्शन?
ड्रीम 11 के साथ करार की सबसे खात बात ये है कि चीनी कंपनी होने की वजह से बीसीसीआई ने वीवो के साथ नाता तोड़ा था, जबकि अब ड्रीम 11 में भी चीनी कनेक्शन सामने आया है।
दरअसल ड्रीम 11 में चीनी इंटरनेट जायंट टेंसेंट ने भी निवेश किया है। हालांकि इन आरोपों का जवाब देते हुए बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि टेंसेंट का ड्रीम 11 में हिस्सा 10 फीसदी से कम है।
इस अधिकारी ने कहा, 'ड्रीम 11 के हितधारक, इसके संस्थापक और 400 से अधिक कर्मचारी भारतीय हैं। उनके भारतीय निवेशकों में कलारी कैपिटल और मल्टीपल्स इक्विटी हैं। यहां तक कि ड्रीम 11 उत्पाद का उपयोग विशेष रूप से सिर्फ भारतीयों द्वारा किया जा सकता है।
फर्जी टी20 लीग को लेकर उठे थे ड्रीम 11 पर सवाल?
ड्रीम11 के आईपीएल से जुड़ने से बीसीसीआई के सामने अजीबोगरीब सवाल भी खड़ा हो गया है, जिसके खिलाफ पिछले महीने बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) ने जांच की मांग की थी। ड्रीम11 पर एक नकली टी20 लीग से जुड़े होने का आरोप लगा था, जिसके मैच पंजाब के एक कस्बे में आयोजित किए गए थे लेकिन उसे श्रीलंका का बताकर लाइव प्रसारण किया गया था।
एसीयू की जांच में पता चला है कि टूर्नामेंट में खिलाड़ियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली किट पर ड्रीम11 का लोगो था और इसका प्रसारण फैनकोड पर किया गया था। ड्रीम11 और फैनकोड दोनों ड्रीम स्पोर्ट्स ग्रुप का हिस्सा हैं।