नई दिल्ली, 19 अप्रैल: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल)-11 में दिल्ली डेयरडेविल्स के इस साल घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला पर होने वाले पहले मैच पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को कहा कि अगर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) फिरोजशाह कोटला के ओल्ड क्लब हाउस को आईपीएल मैचों के लिए स्ट्रक्चर के मजबूत होने का सर्टिफिकेट देता है तो किसी भी हादसे की जिम्मेदारी पूरी तरह से निगम की होगी।
दिल्ली डेयरडेविल्स को छोड़ सभी फ्रेंचाइजी टीमों के घरेलू मैदान पर मैच हो चुके हैं। दिल्ली को यहां अपना पहला मैच 23 अप्रैल को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेलना है।
कोर्ट ने कहा कि अगर ढंचा गिरता है को किसी भी जानमाल के नुकसान के लिए जिम्मेदारी निगर और स्टेडियम का मालिकान हक रखने वाले दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की होगी। वहीं, डीसीए के अनुसार ओल्ड क्लब हाउस का इस्तेमाल अगर ब्रॉडकास्टिंग के उपकरण रखने और इससे संबंधित लोगों के लिए नहीं हुआ तो 23 अप्रैल को यहां होने वाले आईपीएल मैचों का आयोजन कराना मुश्किल है।
हालांकि, एसडीएमसी ने कोर्ट को बताया कि उसने एक सलाहकार की सेवा ली है जिसने ओल्ड क्लब के ढांचागत स्थिरिता को लेकर अंतरिम रिपोर्ट दी है। डीडीसीए से शपथपत्र लेने के बाद अंतिम रिपोर्ट उपलब्ध हो जाएगी। मामले की अगली सुनवाई 20 अप्रैल (शुक्रवार) को होगी। (और पढ़ें- IPL 2018: सोशल मीडिया में दिल्ली डेयरडेविल्स की आलोचना पर गौतम गंभीर ने दिया ये जवाब)