ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐडिलेड टेस्ट में भारत की 31 रन से जीत के बाद कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री खुश थे। लेकिन टीम इंडिया में एक ऐसा खिलाड़ी था, जो इस जीत के बावजूद एक बात को लेकर नाराज था।
भारत ने ऐडिलेड टेस्ट के पांचवें दिन शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 323 रन के लक्ष्य के जवाब में ऑस्ट्रेलिया को 291 रन पर समेटते हुए 31 रन से करीबी जीत हासिल की। ये भारत की ऐडिलेड में 15 साल बाद पहली जीत थी और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 71 सालों में पहली बार उसने सीरीज का पहला मैच जीतते हुए नया इतिहास रचा था।
लेकिन भारत की इस दमदार जीत के बावजूद टीम इंडिया का एक खिलाड़ी नाखुश था। कप्तान कोहली ने मैच के बाद खुद इस बात का खुलासा किया कि भारत की इस जीत के बावजूद इशांत शर्मा नाखुश थे और इसकी वजह थी उनका खुद का प्रदर्शन।
कोहली ने कहा, 'इशांत अभी सबसे ज्यादा परेशान थे। हम सब जश्न मना रहे थे लेकिन वह खुद से सच में बहुत ज्यादा नाराज थे और हमने उनसे पूछा क्यों, तो उन्होंने कहा, मैं टीम का सीनियर खिलाड़ी होने और इतनी क्रिकेट खेलने के बावजूद मुश्किल परिस्थिति में नो बॉल फेंकना बर्दाश्त नहीं कर सकता, जब अंपायर उन्हें आउट दे सकते थे।'
कोहली ने कहा, 'वह सीरीज के महत्वपूर्ण चरण में एक अंतर पैदा कर सकती थी।'
इशांत नो बॉल की वजह से ही लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ पहली पारी में ही एरॉन फिंच को आउट करने से चूक गए क्योंकि फील्ड अंपायर द्वारा फिंच को एलबीडब्ल्यू आउट दिए जाने के बाद जब वह रिव्यू के लिए गए तो ये गेंद नो बॉल निकली।
यहीं इशांत ने 51वें ओवर में शॉन मार्श को भी नो बॉल फेंकी थी और फिर नाथन लायन के खिलाफ भी वह नो बॉल की वजह से विकेट हासिल करने से चूक गए क्योंकि रिव्यू से पता चला कि अगर ये गेंद नो बॉल नहीं होती तो लायन एलबीडब्ल्यू आउट हो जाते।
इन नो बॉल्स की वजह से इशांत को मैच में सिर्फ तीन विकेट ही मिले जबकि अश्विन और बुमराह को 6-6 विकेट और मोहम्मद शमी को 5 विकेट मिले।
हालांकि कप्तान विराट कोहली ने उम्मीद जताई कि इशांत शर्मा 14 दिसंबर से शुरू हो रहे पर्थ टेस्ट में जोरदार वापसी करेंगे।