ऐडिलेड टेस्ट के चौथे दिन रविवार को जब नाथन लायन ने चेतेश्वर पुजारा और रोहित शर्मा को अपने लगातार दो ओवरों में आउट कर दिया तो बैटिंग के लिए उतरे ऋषभ पंत। पंत ने अपने चिर-परिचित अंदाज में खेलते हुए नाथन लायन के एक ओवर में तीन चौके और एक छक्के समेत 18 रन ठोक दिए। हालांकि पंत की ये आक्रामकता उन पर भारी पड़ गई और नाथन लायन ने अगले ही ओवर में उनको एरॉन फिंच के हाथों कैच आउट कर दिया।
पंत ने ल्योन के खिलाफ ये हमला भारत की दूसरी पारी के 96वें ओवर की आखिरी चार गेंदों (4,4,4, 6) पर तीन चौका और एक छक्का जड़ते हुए लगाया। पंत ने इस ओवर की पहली दो गेंदों को रक्षात्मक तौर पर खेलने के बाद ल्योन के खिलाफ हमला बोला और लायन की तीसरी गेंद को डीप मिड-विकेट की तरफ उठाकर मारा और चार रन जुटाए।
अगली गेंद पर पंत फिर से आगे निकले और डिप मिड-विकेट और लॉन्ग ऑन के बीच से चौका मारा। इसके बाद मिड ऑन फील्डर को छकाते हुए पंत ने लगातार तीसरा चौका जड़ा। इसके बाद लायन के इस ओवर की आखिरी गेंद पर पंत ने जोरदार स्लॉग स्वीप करते हुए छक्का जड़ दिया और चार गेंदों में 18 रन ठोक दिए।
लेकिन इसके बाद पंत ने जब लायन के अगले ओवर की पहली गेंद पर भी आक्रामक शॉट खेलने की कोशिश की तो एरॉन फिंच के हाथों कैच आउट हो गए। पंत ने 16 गेंदों में 4 चौकों और एक छक्के की मदद से 28 रन बनाए।
पंत की इस अंदाज में बैटिंग की सोशल मीडिया में काफी चर्चा रही। कुछ फैंस ने जहां उनकी आक्रामक बैटिंग की तारीफ की तो वहीं कई फैंस ने इसके लिए उनकी जमकर आलोचना भी की।
पुजारा (71) और रहाणे (70) के अर्धशतकों की मदद से भारत ने अपनी दूसरी पारी में सभी विकेट खोकर 307 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 323 रन का लक्ष्य दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में नाथन लायन ने सबसे अधिक 6 विकेट झटके।