रवींद्र जडेजा इस बात से खुश हैं कि वह अर्धशतक जड़कर कप्तान विराट कोहली के उन पर भरोसे पर खरा उतरने में सफल रहे क्योंकि वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में उनके चयन पर काफी सवाल उठाये जा रहे थे। जडेजा ने 112 गेंद में 58 रन की पारी खेली और इशांत शर्मा (19) के साथ आठवें विकेट के लिये 60 रन की साझेदारी निभाई, जिससे भारतीय टीम पहली पारी में 297 रन पर ऑल आउट हो गई।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझ पर प्रदर्शन करने का कोई दबाव नहीं था। निश्चित रूप से आपको अच्छा लगता है जब कप्तान आप पर भरोसा दिखाता है और आपको मुख्य खिलाड़ी मानता है। यह आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है क्योंकि आपका कप्तान आप पर विश्वास दिखा रहा है। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं भरोसे को सही ठहराने में सफल रहा। मैं भविष्य में भी ऐसा ही करता रहूंगा। ’’
सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया, जबकि जडेजा को मौका मिला। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली ने अश्विन के बाहर होने पर सवाल उठाए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था, मैं भागीदारी निभाना चाहता था। मैं पुछल्ले बल्लेबाज जैसे इशांत, शमी और बुमराह के साथ खेलने पर ध्यान लगा रहा था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने खेल पर ध्यान लगा रहा था। मैं यह नहीं सोच रहा था कि बाहर क्या हो रहा है और दूसरे क्या सोच रहे हैं। मैं मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहा था।’’