Highlightsसाल 1996 से लेकर 2000 तक तेंदुलकर ने संभाली भारत की कमान।सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में भारत ने जीते 23 वनडे, 4 टेस्ट मैच।
विश्व के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने 1996 से लेकर साल 2000 तक टीम इंडिया की कमान संभाली, लेकिन इसके बाद उनके स्थान पर सौरव गांगुली को कप्तानी सौंप दी गई, जिस पर कई फैंस ने हैरानी जताई थी।
अब पूर्व चयनकर्ता प्रमुख चंदू बोर्डे ने इसके पीछे की वजह का खुलासा किया है। बोर्डे के मुताबिक उस वक्त सचिन को मनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन तेंदुलकर अपनी बैटिंग पर फोकस करना चाहते थे।
क्या बोले चंदू बोर्डे: बोर्डे ने स्पोटर्सक्रीडा से कहा, "अगर आपको याद हो तो हमने उन्हें कप्तान के तौर पर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भेजा था। उन्होंने वहां कमान संभाली लेकिन जब लौटकर आए तो कप्तानी नहीं करना चाहते थे। उन्होंने कहा था- 'मैं अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहता हूं।' मैंने उनसे कहा कि आप कुछ लंबे समय के लिए कप्तानी करें क्योंकि हमें नए कप्तान को ढूंढ़ना होगा।"
चंदू बोर्डे ने आगे बताया, "लेकिन सचिन ने कहा कि वो अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहते हैं क्योंकि वह टीम के लिए वैसा नहीं खेल पा रहा हैं, जैसा वो खेलना चाहते हैं। अंत में हमने गांगुली को कप्तान चुना।"
प्रदर्शन पर एक नजर: भारत की ओर से 463 वनडे खेलने वाले तेंदुलकर ने इस फॉर्मेट में 86.23 की स्ट्राइक के साथ 18,426 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 49 शतक समेत 96 अर्धशतक भी जमाए। वहीं बात अगर टेस्ट की करें तो 200 मैचों में इस खिलाड़ी ने 51 शतक और 68 अर्धशतक की मदद से 15,921 रन बनाए।
टेस्ट में सर्वाधिक चौकों का रिकॉर्ड: टेस्ट क्रिकेट में सचिन 2 हजार से ज्यादा चौके (2058) लगाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं। उन्होंने टेस्ट मैचों में 2058 चौके जड़े हैं। सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ 15 नवंबर 1989 को अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी, जबकि भारत के लिए आखिरी मैच 14 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।