IPL 2019 में होगी रवि शास्त्री-राहुल द्रविड़ की एंट्री, नियमों में बदलाव की तैयारी में सीओए?

COA: सीओए अगले साल के आईपीएल में रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ को शामिल करने के लिए नियमों में बदलाव की तैयारी में है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 1, 2018 04:32 PM2018-06-01T16:32:51+5:302018-06-01T16:32:51+5:30

COA relooking rules to consider allowing Ravi Shastri and Rahul Dravid to commentate in IPL 2019 | IPL 2019 में होगी रवि शास्त्री-राहुल द्रविड़ की एंट्री, नियमों में बदलाव की तैयारी में सीओए?

राहुल द्रविड़

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नई दिल्ली, 01 जून: बीसीसीआई की प्रशासकों की समिति (सीओए) आईपीएल 2019 की कॉमेंट्री टीम में टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री और इंडिया-ए के कोच राहुल द्रविड़ को जगह देने के लिए नियमों में संसोधन करने पर काम कर रही है। 

लोढ़ा कमिटी के नए हितों के टकराव नियमों के तहत राष्ट्रीय टीम के साथ जुड़े कोच और अधिकारियों को आईपीएल में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसी वजह से राहुल द्रविड़ को दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच पद से हटना पड़ा था जबकि रवि शास्त्री को कॉमेंट्री पैनल छोड़ना पड़ा था।

क्रिकेटनेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक बीसीसीआई अधिकारी ने सीओए के इस कदम पर हैरानी जताते हुए कहा कि ये उनके मनमाने आचरण का एक और सबूत है। इस अधिकारी ने कहा, 'सीओए का हितों के टकराव के नियमों में संसोधन करके शास्त्री और द्रविड़ को आईपीएल में फिर से कॉमेंट्री की इजाजत देना उनके मनमाने आचरण का सबूत है। वे अपने काम को लेकर ईमानदार नहीं रहे हैं और हर चीज को पक्षपात नजरिए से देखते हैं। हालांकि वह बीसीसीआई के प्रशासन की देखरेख कर रहे हैं लेकिन उनकी सोच बोर्ड के प्रतिकूल है और उनके कार्यों में बेईमानी शामिल है।'

12 अप्रैल को हुई सीओए की बैठक में फैसला लिया गया था कि पुरुष टीम के मुख्य कोच और इंडिया ए और अंडर-19 टीमों के कोचों को आईपीएल कॉमेंट्री में नहीं शामिल होना चाहिए। लेकिन इसमें एक ट्विस्ट है, दरअसल, सीओए ने साथ ही ये भी फैसला किया कि हितों के टकराव के प्रावधानों में संसोधन के लिए सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट फाइल की जाए ताकि शास्त्री और द्रविड़ को अगले आईपीएल में कॉमेंट्री का मौका मिल सके। 

सीओए ने साथ ही क्यूरेटर की सैलरी को भी बढ़ाने का फैसला किया है। इनमें 5 जोनल क्यूरेटर्स और 5 सहायक क्यूरेटर्स शामिल हैं, जिन्हें क्रमशः 6 लाख रुपये सालाना और 4.2 लाख रुपये सालाना की सैलरी दी जाती है। क्यूरेटर्स की ये सैलरी 2012 में तय की गई थी और तब से बढ़ाई नहीं गई है। सीओए ने फैसला किया है कि जोनल क्यूरेटर्स को सालाना 12 लाख रुपये की सैलरी और असिस्टेंट क्यूरेटर्स को 8.4 लाख रुपये की सैलरी दी जाएगी। 

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