नई दिल्ली, 24 जून: भारतीय टीम प्रबंधन यो-यो टेस्ट को फिटनेस का मानदंड मानकर चल रहा है लेकिन अंबाती रायुडू को इस वजह से टीम से बाहर करने का मसला सीओए प्रमुख विनोद राय के दिमाग में है और वह बीसीसीआई से पूछ सकते हैं कि राष्ट्रीय टीम में चयन के लिये यह फिटनेस का एकमात्र मानदंड क्यों है।
रायुडू ने आईपीएल में 602 रन बनाये लेकिन यो-यो टेस्ट में नाकाम होने के कारण उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया। इसके बाद इस टेस्ट को लेकर बहस छिड़ गयी। सीओए के करीबी बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, 'हां, सीओए हाल की चर्चाओं से वाकिफ है। उन्होंने अभी तक हस्तक्षेप नहीं किया है क्योंकि यह तकनीकी मसला है लेकिन उनकी योजना क्रिकेट संचालन के प्रमुख सबा करीम से पूरी जानकारी लेने की है।'
उन्होंने कहा, 'राय को रायुडू और संजू सैमसन के मामले का पता है। इस पर अभी फैसला नहीं किया गया है लेकिन वह एनसीए ट्रेनरों से इस खास टेस्ट के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिये कह सकते हैं।'
बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अनिरूद्व चौधरी ने भी सीओए को छह पेज का पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने पूछा है कि यो यो टेस्ट कब और कैसे चयन के लिये एकमात्र फिटनेस मानदंड बन गया।
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