टेस्ट विशेषज्ञों चेतेश्वर पुजारा और हनुमा विहारी तथा मुख्य कोच रवि शास्त्री की अगुआई में भारतीय टीम के सहयोगी स्टाफ के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने से पहले इंडियन प्रीमियर लीग के अंतिम चरण के दौरान दुबई में छह दिवसीय पृथकवास में रहने की संभावना है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) पूरी तैयारी कर रहा है कि खिलाड़ियों को यूएई में जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से ऑस्ट्रेलिया में जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में स्थानांतरित किया जाए। नियमों से राहत नहीं मिलने पर टीम को आस्ट्रेलिया में दो हफ्ते के पृथकवास से गुजरना पड़ सकता है।
इस तरह की योजना थी कि आईपीएल में नहीं खेलने वाले खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ ऑस्ट्रेलिया के लिए सीधे रवाना होंगे लेकिन अब वैकल्पिक योजना पर भी विचार चल रहा है। दुबई में मौजूद बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया, ‘‘सबसे व्यावहारिक योजना इस समय यह लग रही है कि दुबई से पूरी टीम एक साथ एक चार्टर्ड विमान में रवाना हो। इसके लिए दो टेस्ट विशेषज्ञों चेतेश्वर पुजारा और हनुमा विहारी के अलावा रवि शास्त्री, भरत अरुण, विक्रम राठौड़ और आर श्रीधर के हमारे कोचिंग स्टाफ को संभवत: इस महीने के अंत में दुबई आना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पूरी संभावना है कि आईपीएल में नहीं खेलने वाले खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के अलावा अन्य सहयोगी स्टाफ को छह दिवसीय पृथकवास से गुजरना होगा और उनके लिए अलग से जैविक रूप से सुरक्षित माहौल तैयार किया जाएगा। पहले, तीसरे और छठे दिन उनका परीक्षण भी होगा। आईपीएल खत्म होने के बाद टीम एकजुट होगी और आस्ट्रेलिया रवाना होगी।’’
इस योजना को अमलीजामा पहनाना आसान होगा क्योंकि आस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाले अधिकांश खिलाड़ी सुरक्षित माहौल में अभी आईपीएल में खेल रहे हैं। सूत्र ने कहा, ‘‘टीम में खेलने वाले अधिकांश सदस्य अभी जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में हैं। इसलिए यह अधिक व्यावहारिक है कि हम बाकी सदस्यों के लिए भी दुबई में ही जैविक रूप से सुरक्षित माहौल तैयार करें।’’
क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने दौरे का शुरुआती कार्यक्रम भेजा है लेकिन फिलहाल संभावना है कि देश में कोविड-19 से जुड़ी स्थिति को देखते हुए तारीखों और आयोजन स्थलों में बदलाव किया जा सकता है। अब भी यह तय नहीं है कि स्ट्रेलिया में भारत एडीलेड, पर्थ या मेलबर्न में से किस शहर से प्रवेश करेगा। इसके अलावा क्रिकेट आस्ट्रेलिया के साथ पृथकवास के समय पर भी चर्चा की जानी है। भाषा सुधीर पंत पंत