Highlightsबीसीसीआई इसी क्रम में बिना कारण आईपीएल छोड़ने वाले खिलाड़ियों पर लगाम लगाने की तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट में ये भी बताया कि ऐसी व्यापक नीति नहीं होगी कि आईपीएल से बाहर होने वाले सभी खिलाड़ियों को एक निश्चित संख्या में वर्षों के लिए रोका जाएगा।
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन का आगाज हो चुका है। आईपीएल दुनिया की सबसे बड़ी लीग्स में से एक हैं, जिसमें बड़े से बड़े खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। यही नहीं, आईपीएल में तमाम टीमें खिलाड़ियों को खरीदने में बंपर खर्चा भी करती हैं। मगर कई बार खिलाड़ी किसी ना खिसी वजह से टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही इससे बाहर हो जाते हैं, जिसकी वजह से टीमों की कैल्क्यूलेशन बिगड़ जाती है। इसी क्रम में बिना कारण आईपीएल छोड़ने वाले खिलाड़ियों पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) लगाम लगाने की तैयारी कर रहा है।
Cricbuzz की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, गवर्निंग काउंसिल के एक सदस्य ने बताया कि गवर्निंग काउंसिल की उन फ्रेंचाइजी के प्रति प्रतिबद्धता है जो लीग के महत्वपूर्ण हितधारक हैं। उन्होंने काफी प्लानिंग के बाद एक खिलाड़ी के लिए बोली लगाई। अगर कोई खिलाड़ी आउट हो जाता है तो उनकी गणना खराब हो जाती है, वह भी मामूली कारणों से। हालांकि, पॉलिसी खिलाड़ियों के साथ मामले-दर-मामले आधार पर निपटेगी ताकि चोटों सहित वैध कारणों से उन्हें दंडित करने से बचा जा सके।
रिपोर्ट में ये भी बताया कि ऐसी व्यापक नीति नहीं होगी कि आईपीएल से बाहर होने वाले सभी खिलाड़ियों को एक निश्चित संख्या में वर्षों के लिए रोका जाएगा। यह मामला-दर-मामला आधार पर होगा और कार्रवाई शुरू होने से पहले कुछ शोध किया जाएगा। क्या होगा अगर कारण वास्तविक है। आईपीएल 2022 की शुरुआत से पहले गुजरात टाइटंस को इंग्लैंड के बल्लेबाज जेसन रॉय के सीजन से बाहर होने के बाद नुकसान उठाना पड़ा। रॉय को उनके बेस प्राइस 2 करोड़ रुपये में खरीदा गया था।
वहीं, जेसन रॉय इस मामले को लेकर कहा था, "मुझे लगता है कि यह सही है कि मैं अपने परिवार के साथ कुछ क्वालिटी टाइम बिताऊं। अगले कुछ महीनों में खुद पर और अपने खेल पर समय बिताने के साथ-साथ बहुत व्यस्त वर्ष होगा।" कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा 1.5 करोड़ रुपये में खरीदे गए एलेक्स हेल्स ने भी टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया था।