Highlightsइंग्लैंड को टीमों के चयन के लिये पारंपरिक चयन समिति बहाल करनी चाहिये।चयनकर्ता वह होना चाहिये जो ड्रेसिंग रूम का हिस्सा नहीं हो और रोजाना खिलाड़ियों से बात नहीं करता हो। जज्बाती तौर पर सभी खिलाड़ियों से जुड़ा नहीं हो या रोजाना उनसे बात नहीं करता हो।
Ashes 2021: एशेज सीरीज में करारी हार के मद्देनजर पूर्व बल्लेबाज इयान बेल का मानना है कि इंग्लैंड को टीमों के चयन के लिये पारंपरिक चयन समिति बहाल करनी चाहिये।
करीब सौ बरस बाद बदलाव की प्रक्रिया में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने चयन समिति खत्म कर दी। तीन साल तक पद पर रहने के बाद अप्रैल में एड स्मिथ आखिरी मुख्य चयनकर्ता के रूप में विदा हुए। उसके बाद से मुख्य कोच क्रिस सिल्वरहुड राष्ट्रीय टीमों का चयन कप्तान जो रूट और इयोन मोर्गन की सलाह से करते हैं।
बेल ने ‘स्पोटर्स डे’ से कहा ,‘‘ मुझे चयन समिति खत्म करने का फैसला काफी कठोर लगा। क्रिस सिल्वरहुड मुख्य कोच और चयनकर्ता भी हैं और ऐसे में खिलाड़ी कोच को ईमानदारी से कैसे बता सकेगा कि मुझे खेल के इस पहलू में परेशानी पेश आ रही है क्योंकि वही सारे फैसले लेने वाले हैं।’’
इंग्लैंड के लिये 118 टेस्ट और 161 वनडे खेल चुके बेल ने कहा कि चयनकर्ता वह होना चाहिये जो ड्रेसिंग रूम का हिस्सा नहीं हो और रोजाना खिलाड़ियों से बात नहीं करता हो। उन्होंने कहा ,‘चयन समिति का प्रमुख वह होना चाहिये जो ड्रेसिंग रूम के बाहर रहता हो। वह जज्बाती तौर पर सभी खिलाड़ियों से जुड़ा नहीं हो या रोजाना उनसे बात नहीं करता हो।’