Highlights66 वर्ष की उम्र में अरुण जेटली का निधन।1999-2012 तक डीडीसीए के अध्यक्ष भी रह चुके थे अरुण जेटली।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त को निधन हो गया। उन्होंने 66 वर्ष की उम्र में दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। जेटली को सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी की शिकायत के बाद नौ अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ते देख डॉक्टरों ने उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था।
जेटली के निधन पर खेल जगत भी शोक में है। टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने लिखा- "अरुण जेटली जी के जाने के बहुत दुख है। उन्होंने दिल्ली के क्रिकेटरों को भारत का प्रतिनिधित्व करने में अहम भूमिका निभाई। एक वक्त था, जब दिल्ली के क्रिकेटरों को हाई लेवल तक जाने का चांस नहीं मिल पाता था, लेकिन डीडीसीए की लीडरशिप के दौरान उन्होंने दिल्ली के क्रिकेटरों को यह मौके दिलवाए। वह खिलाड़ियों की जरुरतें सुनते थे और उन्हें हल भी करते थे। मैं निजी तौर पर उनके साथ एक बेहद खूबसूरत रिलेशनशिप शेयर करता हूं। मेरी प्रार्थना और संवेदना उनके परिवार के साथ है।"
हालत में सुधार नहीं होने पर जेटली जेटली को ECMO, IABP सपॉर्ट पर रखा गया, ताकि वह सांस ले सकें। गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती जेटली को देखने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम पार्टियों के बड़े नेता पहुंचे थे।