'अजिंक्य रहाणे को अचानक वनडे टीम से ऐसे बाहर किया गया जैसे दूध से मक्खी निकालते हैं': आकाश चोपड़ा

Ajinkya Rahane, Aakash Chopra: पूर्व भारतीय टेस्ट ओपनर आकाश चोपड़ा ने पिछले दो साल से अजिंक्य रहाणे को वनडे टीम से बाहर रखे जाने की आलोचना करते हुए उठाए सवाल

By अभिषेक पाण्डेय | Published: July 10, 2020 09:27 PM2020-07-10T21:27:57+5:302020-07-10T21:31:36+5:30

‘Ajinkya Rahane was dropped from ODIs like a fly is removed from milk’: Aakash Chopra | 'अजिंक्य रहाणे को अचानक वनडे टीम से ऐसे बाहर किया गया जैसे दूध से मक्खी निकालते हैं': आकाश चोपड़ा

आकाश चोपड़ा ने अजिंक्य रहाणे को वनडे टीम से निकालने की आलोचना की (Twitter)

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Highlightsआकाश चोपड़ा ने कही अजिंक्य रहाणे को वनडे टीम से बाहर किए जाने की आलोचनारहाणे को अचानक ही बाहर कर दिया गया, जैसे आप दूध से मक्खी निकालते हैं: आकाश चोपड़ा

पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा का मानना है कि अजिंक्य रहाणे के साथ भारतीय वनडे टीम से बाहर करने के दौरान खराब व्यवहार हुआ क्योंकि मिडिल ऑर्डर में बहुत खराब प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद उन्हें बाहर कर दिया गया। रहाणे ने 90 वनडे मैचों में 35.65 के औसत से 2962 रन बनाए, जिनमें से 834 रन 27 मैचों में 36.65 के औसत से नंबर 4 पर बैटिंग करते हुए आए। वनडे में ओपनर के तौर पर तो उनके आंकड़े और बेहतर हैं, उन्होंने ओपनर के तौर पर 54 मैचों में 1937 रन बनाए, जिनमें तीन शतक भी शामिल हैं।

लेकिन इसके बावजूद रहाणे को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2018 की वनडे सीरीज के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था। दो साल से भी ज्यादा समय से रहाणे भारत की वनडे और टी20 टीम से बाहर हैं और चोपड़ा का मानना है कि किसी बल्लेबाज को कुछ खराब प्रदर्शन की वजह से बाहर किया जाना अनुचित है और उन्हें और ज्यादा मौके दिए जाने चाहिए थे।

वनडे टीम से रहाणे को दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाला गया: आकाश चोपड़ा

एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर दर्शकों के सवालों के जवाब देते हुए कहा, नंबर 4 पर उनके आंकड़े अच्छे थे, अगर आप अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लगातार अच्छा खेल रहे हैं और स्ट्राइक रेट भी  94 के आसपास है, तो आप उन्हें और मौके क्यों नहीं दे रहे हैं? उन्हें अचानक ही बाहर कर दिया गया, जैसे आप दूध से मक्खी निकालते हैं। ऐसा कुछ क्यों किया गया था? मुझे लगता है कि उनके साथ बुरा हुआ।'

चोपड़ा ने कहा, 'अगर भारत इंग्लैंड बन गया था, कि वे हर मैच में 350 रन बनाएंगे, यही एक तरीका है जैसे वह खेलेंगे, भले ही वह उनके पक्ष में रहे या नहीं। हमने ऐसा नहीं किया था। हम अब भी पारंपरिक रूढ़िवादी तरीके से क्रिकेट खेलते हैं। हम अब भी पारी को जमाते हैं और एक ऐसी टीम चुनते हैं तो 325 के करीब स्कोर बना सके, तो अजिंक्य रहाणे उस में फिट बैठते।'

2014 में रहाणे रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में भारत के स्टार ओपनर बनकर उभरे थे। उन्होंने उस साल एशिया कप में दो अर्धशतक जड़े थे और एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ शतक बनाया था। 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रहाणे ने लगातार चार अर्धशतक जमाए थे और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 6 मैचों की सीरीज के पहल मैच में 79 रन बनाए थे, लेकिन इसके बाद तीन मैच में कम स्कोर बनाने के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया था। यहां तक कि जब भारत को वर्ल्ड कप 2019 के दौरान नंबर 4 के बल्लेबाज की जरूरत थी, तभ भी रहाणे को नजरअंदाज किया गया। 

चोपड़ा ने कहा, मेरी राय में उनके साथ थोड़ा अनुचित हुआ क्योंकि जब उन्हें वनडे टीम से बाहर किया गया तो वह अच्छा कर रहे थे। तो अगर आप किसी को अच्छा करने के बाद भी नहीं खिला रहे हैं तो आप सही चीज नहीं कर रहे हैं। वास्तव में, जब वह साउथ अफ्रीका में खेले तो वहां भी अच्छा किया था। मुझे याद है, ये 2018 में था।

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