अगस्त में भी टमाटर की कीमतों में कमी नहीं- बिक सकता है 300 रुपए प्रति किलो, प्याज के रेट में भी होने वाली है बढ़ोतरी-रिपोर्ट
By आजाद खान | Published: August 6, 2023 08:25 AM2023-08-06T08:25:42+5:302023-08-06T08:34:14+5:30
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस महीने के अंत तक प्याज के दाम भी बढ़ने वाले हैं। यही नहीं अगस्त में टमाटर की भी कीमतों में कमी नहीं आने वाली है।
नई दिल्ली: टमाटर की बढ़ती कीमतें अगस्त की महीने में भी राहत नहीं देने वाली है और इस महीने पर इसके दाम बढ़े ही रहेंगे। थोक व्यापारियों का कहना है कि अगस्त में भी टमाटर की बढ़ती कीमतों में कमी नहीं देखने मिलेगी, यही नहीं इसकी कीमत 300 रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाएगी।
थोक व्यापारियों ने यह भी संभावना जताई है कि न केवल टमाटर बल्कि अन्य सब्जियों के साथ प्याज के दाम भी बढ़ सकते है। जानकारी के अनुसार, इस महीने के अंत तक प्याजा के दाम में भी भारी उछाल देखने को मिलेगा। एशिया की सबसे बड़ी थोक फल और सब्जी मंडी दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर की थोक कीमतें गुणवत्ता के आधार पर 170-220 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच थीं।
टमाटर होगा 300 रुपए प्रति किलो
मामले में बोलते हुए आजादपुर मंडी के थोक व्यापारी संजय भगत ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और भारी बारिश के कारण सब्जियों को गाड़ियों से मंडियों में लाने में काफी दिक्कत हो रही है। यही नहीं जो सब्जियां आ रही है उन्हें यहां तक लाने में छह से सात घंटे ज्यादा लग रहे है। ऐसे में इसकी कीमतों में इजाफा देखा जा रहा है।
बता दें कि पिछले एक महीने से टमाटर की रेट में भारी बढ़ोतरी हुई है और यह अभी भी जारी है। ऐसे में थोक व्यापारियों ने टमाटर को लेकर भारी संभावना जताई है कि आने वाले दिनों में इसकी कीमतें में और उछाल होगा और यह 300 रुपए प्रति किलो के दर से बिगेकी।
प्याज भी होगा मंहगा
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, टमाटर के बाद प्याज के दाम में भी बढोतरी होने वाली है और इम महीने के अंत तक इसके दाम में इजाफा हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, आपूर्ति में कमी के कारण सितंबर में प्याज के दाम बढ़े रहेंगे और इसका रेट 60 से 70 प्रति किलो हो सकता है।
उधर क्रिसिल की रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि अक्टूबर में खरीफ की आवक शुरू होने पर प्याज की आपूर्ति कम हो जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि त्योहारी महीनों (अक्टूबर-दिसंबर) में कीमतों में उतार-चढ़ाव स्थिर होने की उम्मीद है।