लाइव न्यूज़ :

ब्रिटानिया के कारोबार में ग्रामीण क्षेत्र की हिस्सेदारी तीन साल में बढ़कर 50 प्रतिशत हो सकती है

By भाषा | Updated: November 14, 2021 18:03 IST

Open in App

कोलकाता, 14 नवंबर देश की सबसे बड़ी बिस्किट निर्माता ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज का ग्रामीण क्षेत्र पर फोकस बरकरार है और कंपनी की आय में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी अगले तीन वर्षों में बढ़कर 50 प्रतिशत तक पहुंच सकती है, जबकि इस दौरान शहरी मांग में क्रमिक सुधार होगा।

कंपनी ने कीमतों को बढ़ाकर और पैकेट के आकार में कमी करके 1,300 करोड़ रुपये की अप्रत्याशित वार्षिक महंगाई लागत की मार्च 2022 तक भरपाई करने का लक्ष्य भी तय किया है।

कंपनी के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि 2021-22 में ब्रिटानिया की महंगाई लागत, इससे पिछले छह वर्षों की कुल लागत से भी अधिक है।

सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘ब्रिटानिया के लिए अगले तीन वर्षों में ग्रामीण आय 50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी, क्योंकि कंपनी ग्रामीण बाजार पर ध्यान केंद्रित कर रही है।’’

विश्लेषकों का अनुमान है कि कंपनी की आय में ग्रामीण खंड का योगदान पहले ही लगभग 35 प्रतिशत है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वविदेशी धरती पर पीएम मोदी को मिला इथियोपिया का सर्वोच्च सम्मान, यह अवार्ड पाने वाले बने विश्व के पहले नेता

क्रिकेटयशस्वी जायसवाल की अचानक बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती; सीटी स्कैन और USG किया गया

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: सुबह-सुबह जारी हो गए तेल के नए दाम, जल्दी से करें चेक

स्वास्थ्यमधुमेह का महाप्रकोप रोकने की क्या तैयारी ?

विश्वसोशल मीडिया बैन कर देने भर से कैसे बचेगा बचपन ?

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारक्या नाम में ही आज सबकुछ रखा है?  

कारोबारयूपी में पीएम फसल बीमा योजना में हुआ करोड़ों का घोटाला?, खेत मालिक को पता नहीं, पर राशि हड़पी

कारोबारबिहार कैबिनेट बैठक में 7 निश्चय योजना 3.0 को मंजूरी, उद्योग-धंधा, रोजगार सृजन और नौकरी पर फोकस

कारोबारबिहार कैबिनेट बैठक में 7 निश्चय योजना 3.0 को मंजूरी, उद्योग-धंधा, रोजगार सृजन और नौकरी पर फोकस

कारोबारभोपाल-इंदौर मेट्रो रेल परियोजनाः संचालन और रखरखाव के लिए 90 67 करोड़ रुपये, अपर नर्मदा, राघवपुर और बसानिया परियोजनाओं के लिए 1,782 करोड़ रुपये