इनवेस्कों की सफाई, जी एंटरटेनमेंट और रिलायंस के बीच सौदे को सिर्फ सुगम बनाने का प्रयास किया था
By भाषा | Published: October 13, 2021 04:27 PM2021-10-13T16:27:44+5:302021-10-13T16:27:44+5:30
नयी दिल्ली 13 अक्टूबर जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड की सबसे बड़े शेयरधारक इनवेस्को ने बुधवार को कहा कि उसने रिलायंस और जी एंटरटेनमेंट के बीच एक संभावित सौदे को सुविधाजनक बनाने की कोशिश की थी लेकिन कम मूल्यांकन पर समझौता तय करने या लेनदेन के लिए कोई दबाव नहीं डाला था।
इनवेस्को की तरफ यह बयान दरअसल जी एंटरटेनमेंट के प्रमुख पुनीत गोयनका के बयान के बाद आया है। उन्होंने इनवेस्को पर इस साल फरवरी में एक बड़े भारतीय समूह (रणनीतिक समूह) के स्वामित्व वाली कंपनी और कुछ संस्थाओं के साथ विलय के लिए एक प्रस्ताव लाने का आरोप लगाया था।
इनवेस्को ने बुधवार को जारी एक बयान में बताया कि रिलायंस उनमे से एक बड़ा भारतीय समूह था। जबकि जी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी जानकारी में हालांकि उस 'रणनीतिक' भारतीय समूह (रिलायंस) के नाम का खुलासा नहीं किया था।
इनवेस्को ने कहा, ‘‘हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि रिलायंस द्वारा प्रस्तावित संभावित लेनदेन पर रिलायंस और गोयनका तथा ज़ी के प्रवर्तक परिवार से जुड़े अन्य लोगों के बीच बातचीत हुई थी।’’
उसने कहा कि जी एंटरटेनमेंट के सबसे बड़े शेयरधारक इनवेस्को की भूमिका संभावित लेनदेन को सुविधाजनक बनाने में मदद करने की थी, इसके अलावा कुछ नहीं।
प्रवर्तक परिवार और इनवेस्को के बीच जारी लड़ाई में जी एंटरटेनमेंट ने कहा कि उसके प्रबंध निदेशक और सीईओ पुनीत गोयनका ने अपने बोर्ड को विलय के बारे में इनवेस्को द्वारा लाए गए एक प्रस्ताव के बारे में बताया था, जिसके तहत रणनीतिक समूह के पास बहुमत हिस्सेदारी होती।
जी एंटरटेनमेंट ने इसके अलावा आरोप लगाया है कि अपने खुले पत्र में इनवेस्को का रुख कि वे ‘‘किसी भी ऐसे रणनीतिक सौदे का दृढ़ता से विरोध करेंगे, जो सामान्य शेयरधारकों की कीमत पर प्रवर्तक परिवार जैसे चुनिंदा शेयरधारकों को गलत तरीके से फायदा पहुंचाता है।’’
इन्हीं आरोपों को लेकर इनवेस्को ने कहा, ‘‘हमने पिछले दो वर्ष में ज़ी एंटरटेनमेंट को अच्छी स्थिति में वापस लाने के लिए कई गंभीर प्रयास किए हैं। रणनीतिक समूह के बारे में चर्चा इस प्रयास का सिर्फ एक हिस्सा रही है।
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