लाइव न्यूज़ :

अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के लिए अभी ‘प्रक्रिया’ का आकलन कर रहे हैं : सिंधिया

By भाषा | Updated: November 18, 2021 16:33 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 18 नवंबर नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के सामान्य तरीके से परिचालन के लिए अभी प्रक्रिया का आकलन किया जा रहा है।

पिछले साल मार्च से कोविड-19 महामारी के बाद भारत से और भारत के लिए अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन बंद है। भारत 25 देशों के साथ एयर बबल व्यवस्था के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन कर रहा है।

यह पूछे जाने पर कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन कब तक सामान्य हो पाएगा, सिंधिया ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘अभी हम प्रक्रिया का आकलन कर रहे हैं।’’

सिंधिया ने उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित ‘वैश्विक आर्थिक नीति शिखर बैठक 2021-अर्थव्यवस्थाओं का पुनर्निर्माण’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को महामारी को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम सामान्य स्थिति की ओर लौट रहे हैं।

एयर बबल व्यवस्था के तहत दो देशों की एयरलाइंस एक दूसरे के क्षेत्र में कुछ शर्तों के साथ अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों का परिचालन कर सकती हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वविदेशी धरती पर पीएम मोदी को मिला इथियोपिया का सर्वोच्च सम्मान, यह अवार्ड पाने वाले बने विश्व के पहले नेता

क्रिकेटयशस्वी जायसवाल की अचानक बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती; सीटी स्कैन और USG किया गया

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: सुबह-सुबह जारी हो गए तेल के नए दाम, जल्दी से करें चेक

स्वास्थ्यमधुमेह का महाप्रकोप रोकने की क्या तैयारी ?

विश्वसोशल मीडिया बैन कर देने भर से कैसे बचेगा बचपन ?

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारक्या नाम में ही आज सबकुछ रखा है?  

कारोबारयूपी में पीएम फसल बीमा योजना में हुआ करोड़ों का घोटाला?, खेत मालिक को पता नहीं, पर राशि हड़पी

कारोबारबिहार कैबिनेट बैठक में 7 निश्चय योजना 3.0 को मंजूरी, उद्योग-धंधा, रोजगार सृजन और नौकरी पर फोकस

कारोबारबिहार कैबिनेट बैठक में 7 निश्चय योजना 3.0 को मंजूरी, उद्योग-धंधा, रोजगार सृजन और नौकरी पर फोकस

कारोबारभोपाल-इंदौर मेट्रो रेल परियोजनाः संचालन और रखरखाव के लिए 90 67 करोड़ रुपये, अपर नर्मदा, राघवपुर और बसानिया परियोजनाओं के लिए 1,782 करोड़ रुपये