साल 2019 के आखिरी दिन सेंसेक्स 304 अंक लुढ़का, निवेशकों की संपत्ति 11 लाख करोड़ रुपये बढ़ी
By भाषा | Published: December 31, 2019 07:05 PM2019-12-31T19:05:33+5:302019-12-31T19:05:33+5:30
बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 304.26 अंक यानी 0.73 प्रतिशत गिरकर 41,253.74 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान , सेंसेक्स में 423 अंक की घट-बढ़ रही। इसी प्रकार , नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 87.40 अंक यानी 0.71 प्रतिशत फिसलकर 12,168.45 अंक पर बंद हुआ।
रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट से साल 2019 के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स 304 अंक लुढ़क गया।
बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 304.26 अंक यानी 0.73 प्रतिशत गिरकर 41,253.74 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान , सेंसेक्स में 423 अंक की घट-बढ़ रही। इसी प्रकार , नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 87.40 अंक यानी 0.71 प्रतिशत फिसलकर 12,168.45 अंक पर बंद हुआ।
मंगलवार की गिरावट के बावजूद वर्ष 2019 में सेंसेक्स कुल मिला कर 5,185.41 अंक यानी 14.37 प्रतिशत तथा निफ्टी 1,305.90 अंक यानी 12.02 प्रतिशत लाभ में रहा। वर्ष के दौरान शेयरों में जोरदार तेजी तेजी से बाजार में निवेश करने वालों की संपत्ति में सालाना आधार पर बाजार मूल्य के हिसाब से कुल मिला कर 11 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़त हुई है। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (एम - कैप) 11,05,363.35 करोड़ रुपये बढ़कर 1,55,53,829.04 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा में सबसे ज्यादा 2.51 प्रतिशत की गिरावट आई। बजाज ऑटो , रिलायंस इंडस्ट्रीज , हीरो मोटोकॉर्प , इंडसइंड बैंक , महिंद्रा एंड महिंद्रा , एचडीएफसी और टीसीएस के शेयर भी गिरे। दूसरी तरफ , एनटीपीसी , सन फार्मा , ओएनजीसी , पावरग्रिड और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयरों में तेजी रही। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि साल के अंतिम कारोबारी दिवस में बाजार में छिटपुट कारोबार दर्ज किया गया।
सरकार के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पार करने की चिंताओं से निवेशक नए सौदे करने से दूर हटते नजर आए। " उन्होंने कहा कि सकारात्मक वैश्विक माहौल और सरकारी नीतियों की उम्मीदों से मौजूदा समय में बाजार में पूंजी का प्रवाह लॉर्ज कैप से मिड - कैप की ओर हो रहा है।
यह निवेशकों की धारणा का समर्थन करेगा। वैश्विक बाजार में , शंघाई 0.33 प्रतिशत बढ़कर जबकि हांगकांग 0.46 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। तोक्यो और सोल में छुट्टी की वजह से बाजार बंद रहा। इस बीच , रुपया मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 5 पैसे गिरकर 71.36 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में जोरदार तेजी से निवेशकों की संपत्ति साल 2019 में 11 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई है। सेंसेक्स में सालाना आधार पर 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। भारतीय शेयर बाजारों ने 2019 में शानदार तेजी दर्ज की।
बंबई शेयर बाजार (बीएसई) पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (एम - कैप) 11,05,363.35 करोड़ रुपये बढ़कर 1,55,53,829.04 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) अजित मिश्रा ने कहा , " साल 2019 बाजारों के लिए निश्चित रूप से लाभदायक रहा क्योंकि घरेलू और वैश्विक मोर्चे पर कई सारे अहम घटनाक्रम सामने आएं।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव कम होने से वैश्विक वृद्धि परिदृश्य में सुधार हुआ। उन्होंने कहा , " घरेलू मोर्चे पर , वृदधि दर को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं। हालांकि , सरकार की ओर से उठाए गए कदमों से तेज सुधार की उम्मीद जागी है। कुल मिलाकर , आर्थिक वृद्धि में नरमी के बावजूद यह साल भारतीय बाजार के लिए अच्छा साबित हुआ। " सालाना आधार पर , सेंसेक्स में 5,185.41 अंक यानी 14.37 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है।