मुंबई, 19 जनवरी रिजर्व बैंक ने मंगलवार को कहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र का भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), निजी क्षेत्र का एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक घरेलू प्रणालीगत रूप से महतवपूर्ण बैंक (डी--एसआईबी) अथवा संस्थान हैं और ये इतने विशाल हैं कि इन्हें असफल नहीं होने दिया जा सकता है।
एसआईबी के दायरे में आने वाले बैंकों की उच्चस्तरीय निगरानी की जाती है और बराबर नजर रखी जाती है जिससे कि इन बैंकों के कामकाज को दुरुस्त रखा जा सके और वित्तीय सेवाओं में होने वाली किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोका जा सके।
रिजर्व बैंक ने प्रणालीगत तौर पर महत्वपूर्ण बैंकों के बारे में व्यवस्था को जुलाई 2014 में जारी किया था। डी- एसआईबी के दायरे में आने वाले बैंकों का नाम बताना होता है। यह व्यवस्था 2015 से चल रही है और इन बैंकों को उनके प्रणाली में महत्व के लिहाज से उचित मानदंडों के दायरे में रखा जाता है।
रिजर्व बैंक ने एक वक्तव्य में कहा है, ‘‘एसबीआई, आईसीआईसी बैंक और एचडीएफसी बैंक की पहचान घरेलू प्रणाली के लिहाज से महत्वपूर्ण बैंक के तौर पर बनी रहेगी और वह 2018 की ऐसे बैंकों की सूची में उसी ढांचे के तहत बने रहेंगे।
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