भारतीयों के लिए सुनहरा मौका, 20 लाख लोगों को AI से दक्ष बनाएगा माइक्रोसॉफ्ट- सत्या नडेला
By आकाश चौरसिया | Published: February 7, 2024 12:36 PM2024-02-07T12:36:20+5:302024-02-07T12:53:11+5:30
नडेला ने कहा, वो इसकी घोषणा करते हुए काफी उत्साहित हैं कि माइक्रोसॉफ्ट करीब 20 लाख भारतीयों को एआई दक्षता के साथ कुशल बना देगा। वहीं, जब यह कार्यक्रम पूरा हो जाएगा, तो ये सभी आधुनिक युग में नौकरियों के लिए फिट हो जाएंगे।
नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने भारत यात्रा दौरान के कहा कि वो करीब 20 लाख भारतीयों को कुशल बनाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने ये भी निर्णय किया कि इन्हें एआई से दक्ष बनाया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि माइक्रोसॉफ्ट कार्यबल को भारत के भविष्य को सुधारने पर काम कर रहा है। इससे देश में रोजगार सृजन को भी बढ़ावा मिलेगा।
नडेला ने कहा, वो इसकी घोषणा करते हुए काफी उत्साहित हैं कि माइक्रोसॉफ्ट करीब 20 लाख भारतीयों को एआई दक्षता के साथ कुशल बना देगा। वहीं, जब यह कार्यक्रम पूरा हो जाएगा, तो ये सभी आधुनिक युग में नौकरियों के लिए फिट हो जाएंगे। उन्होंने ये भी बताया कि यह प्रोग्राम सिर्फ नौकरी दिलाने तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि नौकरी देने वाला प्रोग्राम भी बनेगा।
उन्होंने आगे कहा कि वह भारतीय ब्रांड कार्या के पीछे की टीम के साथ अपनी बातचीत से प्रेरित हुए हैं। स्थानीय उद्यम कार्या ने ग्रामीण भारत में आय के स्रोत उपलब्ध कराने के लिए भारत में माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च का उपयोग किया। उन्होंने दावा किया कि वे एआई द्वारा बनाए गए, अवसरों का उपयोग करके ग्रामीण भारत में अच्छी तनख्वाह वाली नौकरियां प्रदान करने में सक्षम हो जाएंगे।
Great to be in India this week meeting with changemakers like the team at Karya, who are doing the critical work of building high-quality datasets for AI—and expanding economic opportunity at the same time. https://t.co/jJUDjnBUEo
— Satya Nadella (@satyanadella) February 7, 2024
कौन है इस काम में माइक्रोसॉफ्ट का साझीदार
कार्या एक तरह से समाजिक उद्यम है, जो डेटा सर्विसेज, तकनीकी, एथिकल डेटा सेवा, प्रौद्योगिकी और एनोटेशनसमाधान प्रदान करता है। कंपनी का लक्ष्य आर्थिक रूप से वंचित भारतीयों तक डिजिटल सेवा प्रदान करना
कार्या ग्रामीण भारत की मदद से एक डेटा तैयार करता है। इस प्रक्रिया से डेटा को लेबल, एनोटेट और वर्गीकृत करते हैं, जिसका उपयोग एआई को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाता है, विशेष रूप से भारतीय आबादी के हिंदी भाषी क्षेत्र के लिए होता है। कार्या का दावा है कि वे ग्रामीण भारतीयों को न्यूनतम वेतन से 20 गुना अधिक भुगतान करते हैं।